



नवीन कुमार
O- 15 दिन में काम शुरू नहीं हुआ तो सड़कों पर उतरेगा उग्र आंदोलन का सैलाब
कोन (सोनभद्र)।
कोन-तेलगुड़वा और कोन-विंढमगंज मार्ग की बदहाल हालत ने ग्रामीणों के सब्र का बांध तोड़ दिया। बरसों से गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़कों की मरम्मत न होने से नाराज़ सैकड़ों ग्रामीण शनिवार को चिलचिलाती धूप में पैदल मार्च करते हुए कोन पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार रजनीश कुमार को सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि 15 से 20 दिन में सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग को जाम करेंगे।
प्रदर्शन का नेतृत्व ग्राम प्रधान संघ जिलाध्यक्ष लक्ष्मी कुमार जायसवाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष विजय शंकर जायसवाल और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव ने किया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर तेलगुड़वा चौराहे से पद यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा कोटा, पडरक्ष, झिरगडंडी, सलैयाडीह, निगाई, नौडिहा, रामगढ़, बरवाडीह और खेमपुर से होती हुई कोन तिराहे पर समाप्त हुई, जहां जनसभा में क्षेत्रीय उपेक्षा और प्रशासनिक उदासीनता के खिलाफ आवाज बुलंद की गई।

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि यह मार्ग झारखंड और बिहार को यूपी से जोड़ने वाली मुख्य कड़ी है। लेकिन 10 वर्षों से मरम्मत न होने से यह मार्ग अब खतरनाक हो चुका है। बरसात में हालत और भी भयावह हो जाती है।
ग्राम प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के लिए यह सड़क अभिशाप बन चुकी है। गर्भवती महिलाओं और गंभीर मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाना अब जोखिम भरा काम हो गया है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष विजय शंकर जायसवाल ने बताया कि सड़कों की जर्जर हालत से बाहरी व्यापारी कोन आना बंद कर चुके हैं, जिससे स्थानीय व्यापार चौपट हो रहा है।
रामनिहोर यादव ने कहा कि ग्रामीण अब और इंतजार नहीं करेंगे। 15 दिनों में अगर काम शुरू नहीं हुआ तो वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस पद यात्रा और विरोध प्रदर्शन में प्रधान संघ अध्यक्ष सुजीत यादव, कचनरवा प्रधान राजू भारती, चंदन शर्मा, संतोष, रमेश यादव, बाबूलाल, गोपाल, अशोक, दिनेश सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे। प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया कि अगर शासन-प्रशासन ने अब भी ध्यान नहीं दिया, तो आंदोलन की आंच और तेज होगी।