अमित मिश्रा
करंट से करंट अफसरों तक नहीं पहुँचा झटका।
0- घोरावल (सोनभद्र) । बिजली विभाग की सुस्ती और लापरवाही का करंट एक बार फिर एक मासूम जान को झुलसा गया। सदर तहसील क्षेत्र के चंदुली गांव में रविवार सुबह 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन लाइन के तार गिरने से 57 वर्षीय सागर पासवान की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में हड़कंप मच गया, लोग गुस्से में बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
घटना की खबर मिलते ही समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रमेश चंद दुबे मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर दुःख जताया और बिजली विभाग पर सीधा निशाना साधते हुए कहा,यह पहली मौत नहीं है, बल्कि विभाग की लापरवाही से यह मौतों की सीरीज़ बन चुकी है। अधिकारी नींद में हैं, और जनता करंट खा रही है।
पूर्व विधायक ने बताया कि कुछ महीने पहले भी इसी गांव में 11 हजार वोल्ट का तार गिरा था, लेकिन विभाग ने न तो मरम्मत कराई, न कोई सीख ली। उन्होंने आगे कहा, गांव के प्रधान और लोगों ने कई बार एसडीओ और जेई को फोन किया, लेकिन शायद उनके फोन में भी करंट नहीं था, घंटी बजती रही, जवाब नहीं आया।
दुबे ने मृतक परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवज़ा देने और विभागीय अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अब भी शासन-प्रशासन नहीं चेता, तो समाजवादी कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
गांववालों का कहना है कि बिजली विभाग की ढिलाई से यह पहली मौत नहीं है, सरकारी अफसरों के तार ऊपर हैं, लेकिन ज़मीन पर करंट आम जनता को मार रहा है।
पुलिस के आश्वासन पर कि जेई और एसडीओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा, ग्रामीणों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पर सवाल अब भी वही है, कब तक बिजली विभाग की करंट भरी लापरवाही यूँ ही लोगों की ज़िंदगियाँ बुझाती रहेगी?







