



अमित मिश्रा
रेनुकूट (सोनभद्र) । रेनुकूट रेलवे स्टेशन पर एक युवक को पांच नाबालिग बच्चों को बाल श्रम के लिए ले जाते समय पकड़ा गया। यह कार्रवाई जिले में चल रही बाल तस्करी के खिलाफ सतर्क निगरानी का नतीजा रही।
सूचना मिलते ही जिला प्रोबेशन अधिकारी पुनीत टंडन के निर्देश पर एक संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर बच्चों को रेस्क्यू किया और बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।
रेस्क्यू अभियान में एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट), चाइल्ड हेल्पलाइन, जिला बाल संरक्षण इकाई और वन स्टॉप सेंटर की टीमें भी शामिल रहीं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी पुनीत टंडन ने बताया कि पिछले कई दिनों से जिले में बाल श्रम और तस्करी की सूचनाएं मिल रही थीं, जिसके आधार पर टीमों को सतर्क किया गया था। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बचाए गए बच्चों को फिलहाल सुरक्षा में रखा गया है और उन्हें आवश्यक देखभाल उपलब्ध कराई जा रही है।