नवरात्रि की अष्टमी को मेहता परिवार ने नौ कन्याओं का किया पूजा अर्चन, लिया आशीर्वाद

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अमित मिश्रा

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में सोनभद्र नगर स्थित इमरती कॉलोनी में नवरात्रि की अष्टमी तिथि को यजमान दीपा मेहता और राकेश मेहता द्वारा नौ कन्याओ का पूजन अर्चन करते हुए भोजन कराया जिसमें आरोही,किट्टू,परी,आयुषी, मोनिका,रितिका,पूजा अन्य सभी ने दम्पत्ति को शुभ आशीर्वाद दिया।

बता दें कि नवरात्र में कन्याओं को भोजन करने से मां प्रसन्न होती हैं। इसलिए मां के भक्त श्रद्धापूर्वक कुंवारी कन्याओं को अपने घर निमंत्रण देकर बुलाते हैं और उन्हें हलवा पूरी, खीर, मिठाई खिलाते हैं।
वही आचार्य सौरभ कुमार भारद्वाज ने बताया कि शास्त्रों में कहा गया है कि नौ कन्याओं को भोजन कराना उत्तम होता है। अगर नौ से अधिक कन्याएं उपलब्ध हों तो इसे सौभाग्य मानकर सहर्ष भोजन कराएं। जो लोग नौ कन्याओं को भोजन नहीं करा सकते हैं उन्हें कम से कम दो कन्याओं को जरूर भोजन करना चाहिए। एक से अधिक जितनी कन्या होगी कन्या भोजन का फल उतना शुभ माना जाता है। जो लोग एक कन्या को भोजन करवाते हैं उन्हें संपूर्ण नवरात्र के दौरान हर दिन एक कन्या को भोजन कराना चाहिए और अंतिम दिन वस्त्र, धन, फल, मिठाई देकर माता से आशीर्वाद लेना चाहिए।

उन्होंने बताया कि दुर्गा शप्तशती में कन्या भोजन के लिए दो वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याओं को भोजन करने की बात कही गयी है। दुर्गा सप्तशती के अनुसार दो वर्ष की कन्या कुमारी होती, तीन वर्ष की कन्या त्रिमूर्ति, चार वर्ष की कल्याणी, पांच वर्ष की रोहिणी, छह वर्ष की कालिका, सात वर्ष की चंडिका, आठ वर्ष की कन्या शाम्भवी, नौ वर्ष की दुर्गा और दस वर्ष की कन्या सुभद्रा होती है। आप जिस उम्र की कन्या को भोजन करावाते हैं उससे सम्बन्धित देवी तक कन्या के माध्यम से उनका अंश पहुंच जाता है।

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