भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और यह दोनों देशों के रिश्तों को और खराब कर सकता है। अमेरिकी अखबार ‘वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने कनाडा में सिख अलगाववादियों के खिलाफ अभियान के आदेश दिए थे । इससे पहले, कनाडा ने आतंकी तलविंदर सिंह परमार को पनाह दी थी, जिस पर भारत ने प्रत्यर्पण की मांग की थी, लेकिन कनाडा ने इसे ठुकरा दिया था।
जानकारों का मानना है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपने राजनीतिक फायदों के लिए खालिस्तानी तत्वों को हवा दे रहे हैं। यह दोनों देशों के रिश्तों को और खराब कर सकता है। हालांकि, 2025 में कनाडा में आम चुनाव होने हैं, और अगर सत्ता परिवर्तन होता है, तो भारत और कनाडा के रिश्तों में सुधार आ सकता है ।
इस तनाव का असर दोनों देशों के व्यापार और आर्थिक संबंधों पर भी पड़ सकता है। भारत और कनाडा के बीच 70,000 करोड़ रुपये का व्यापार होता है, और अगर यह तनाव बढ़ता है, तो इसका असर व्यापार पर भी पड़ सकता है ।