अमित मिश्रा
जिलाधिकारी को नीति आयोग मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दिया प्रमाण पत्र
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। देश के आकांक्षात्मक जनपदो में लागू शिक्षा के क्षेत्र में डैशबोर्ड टू मॉनिटर निपुण भारत मिशन के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले जनपदों की यूज डेटा कांस्टेन्ट का लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में आयोजित कार्यक्रम में जनपद सोनभद्र को राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अकादमी के निदेशक ने जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह, आईएएस को प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही, नीति आयोग की ओर से जनपद को ₹2,00,000 की धनराशि भी प्रदान की जाएगी।
यह उपलब्धि जनपद की उस नवाचारपूर्ण पहल का परिणाम है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2022-23 में “डैशबोर्ड टू मॉनिटर निपुण भारत मिशन” विकसित किया गया था। इस प्रणाली का उद्देश्य परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के अधिगम स्तर को क्रमिक रूप से सुधारना और उसकी सतत निगरानी करना था। कक्षावार अधिगम लक्ष्य निर्धारित किए गए और उपचारात्मक शिक्षण की मदद से छात्रों को निर्धारित स्तर तक पहुँचाया गया।
इस डैशबोर्ड के निर्माण में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) सोनभद्र का तकनीकी सहयोग मिला, वहीं शिक्षा विभाग से शिक्षक डॉ. सूर्य प्रकाश ने अपने महत्वपूर्ण योगदान से इस पहल को साकार करने में अहम भूमिका निभाई।
इस नवाचार के सकारात्मक प्रभाव थर्ड पार्टी सर्वे द्वारा भी प्रमाणित किए गए। न केवल छात्रों की उपलब्धियों में सुधार हुआ, बल्कि विद्यालयों में उपस्थिति दर बढ़ी और ड्रॉपआउट दर में कमी दर्ज हुई। राष्ट्रीय स्तर के सर्वेक्षणों एवं निपुण मूल्यांकन परीक्षाओं में भी सोनभद्र के छात्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा।
मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी ने कहा कि यह सम्मान जिले के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। निपुण भारत मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन और सतत निगरानी के लिए विकसित डिजिटल प्रणाली ने सोनभद्र को शिक्षा क्षेत्र में नवाचार का केंद्र स्थापित किया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनंद पाण्डेय ने कहा कि डैशबोर्ड आधारित व्यवस्था ने विद्यालयों की वास्तविक समय में समीक्षा, कमजोर बिंदुओं की पहचान और सुधारात्मक कदम उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह उपलब्धि जिले के शिक्षकों, शिक्षा विभाग की टीम, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र तथा सहयोगियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।







