



अमित मिश्रा
मन्दिर के आधिपत्य को लेकर दोनो पक्ष में चल रहा विवाद
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद की अति प्राचीन शिवपार्वती मन्दिर के अधिकार को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस विवाद को लेकर मंगलवार को एक पक्ष ने मन्दिर के पुजारी पर जमीन फर्जी तरीके से हड़पने का आरोप लगाकर जिलाधिकारी ने न्याय की गुहार लगाया था तो वही आज इस मामले में उस वक्त नया मोड़ आया जब मन्दिर के पुजारी सुरेश गिरि ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर जिलाधिकारी से मुलाकात करते हुए पत्र देकर पूरे आरोप को गलत बताते हुए फर्जी तरीके से मन्दिर की जमीन हड़पने और आधिपत्य करना चाहते है।
जिलाधिकारी को दिए पत्र में पुजारी ने बताया कि ग्राम सतद्वारी में स्थित जनपद का अति प्राचीन शिव पार्वती मन्दिर शिवद्वार धाम है। जिसका प्रबन्धन व संचालन मेरे द्वारा विगत कई दशक से निरन्तर तथा वर्तमान में भी किया जा रहा है।
वही मन्दिर के नाम ग्राम कुण्डा में स्थित गाटा संख्या 11 अ व 11 ब जिस पर मन्दिर के लिए धर्मशाला तथा यात्री निवास बनाये जाने के लिए घोरावल विधानसभा क्षेत्र के विधायक द्वारा प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इस भूमि पर ग्राम गांवकुण्डा निवासी श्रीकान्त दूबे पुत्र गंगेश्वर दूबे द्वारा जबरजस्ती सरसो की फसल लगा दी गयी है। वही मन्दिर परिसर में ही नन्द कुमार दुबे पुत्र लालधारी दूबे की भूमि पर विधायक निधि से धर्मशाला बना हुआ है, जिसमें नन्द कुमार दूबे , श्रीकान्त दूबे तथा रविन्द्र मिश्र आदि लोगों द्वारा जबरजस्ती ताला लगा दिया गया है।
वही श्रावण मेला 2024 में मेला की व्यवस्था तथा प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेने तत्कालीन मण्डलायुक्त मन्दिर पर आये थे, उनके द्वारा मन्दिर परिसर का भ्रमण किये जाने पर धर्मशाला में ताला बन्द होने पर कड़ी नाराजगी जताया गया था। इसके सम्बन्ध में पूछ-ताछ की गयी तो वास्तविक तथ्यों से अवगत कराया गया,जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा मौके पर उपस्थित उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी तथा थाना प्रभारी घोरावल को कड़ा निर्देश दिया गया था। उनके आदेश पर धर्मशाला में नन्दकुमार दूबे आदि द्वारा लगाये गये ताले को तत्काल खोलवाया तथा भविष्य में इस धर्मशाला में ताला न लगाए जाने का निर्देश दिया गया था।मण्डलायुक्त के आदेश के बावजूद भी इन लोगों द्वारा पुनः जबरजस्ती ताला लगा दिया गया तथा सरकारी पैसे से बने धर्मशाला को अपने कब्जे में ले लिया गया।
वही जूनियर हाईस्कूल शिवद्वार जो नन्द कुमार दुबे पुत्र लालधारी दूबे की जमीन पर बना था को नन्द कुमार दुबे द्वारा विद्यालय के भवन को बेच दिया गया है। इन लोगो ने सरकारी पैसे से बने विद्यालय के भवन को बेचने की जांच कराकर वैधानिक कार्यवाही की जाय।
मन्दिर के पुजारी ने पत्र देकर बताया कि यह प्राचीन मन्दिर पर जब भी कोई कार्यक्रम, पर्व व त्योहार (महाशिवरात्रि, सावन, बसन्त पंचमी इत्यादि) के अवसर पर इन लोगों द्वारा झूठी तथा भ्रामक सूचना अखबार व सोशल मीडिया में देकर मंदिर प्रबन्धन तथा संचालन में व्यवधान उत्पन्न किया जाता है। जिससे पुलिस प्रशासन के सामने शांति व्यवस्था बनाये रखने में भी व्यवधान उत्पन्न किया जाता है तथा अधिकारियों के प्रति अनर्गल व झूठा आरोप लगाकर प्रशासन की छवि को धुमिल की जाती रही है।
जिस मन्दिर के आधिपत्य को लेकर विवाद किया जा रहा है वह ग्राम सतद्वारी में स्थित गाटा संख्या 156 मंदिर शंकर-पार्वती सर्वराकार बन्तु गिरी आदि के नाम से दर्ज है। जिसको श्रीकान्त दूबे, रविन्द्र मिश्रा आदि लोग अपनी भूमि बताकर आये दिन विवाद पैदा करते हैं जबकि यह भूमि चकबन्दी के समय से ही मन्दिर शिवपार्वती सर्वराकर गंगा गिरी आदि के नाम से दर्ज चली आ रही है।