परीक्षित की तरह भगवत भक्ति में हर व्यक्ति को समर्पित होना चाहिए:स्वामी हरिदास

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अमित मिश्रा

भगवान शिव एवं पार्बती जी की सुंदर झांकी हुई प्रस्तुत भक्तों ने लगाए जेकर

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में सोनभद्र नगर के वार्ड नं- 18 टीचर्स कॉलोनी में हो रहे सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन हरिद्वार से पधारे श्री श्री 1008 श्री परम पूज्य संत स्वामी हरिदास महराज के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत अमृतकथा सुनने को काफी भक्तो की भीड़ उमड़ी। 

पूज्य स्वामी परीक्षित कथा कहते हुए बताया कि परीक्षित को श्राप मिला था कि वे 7वें दिन तक्षक सर्प के काटने से उनकी मृत्यु हो जाएगी। इसी प्रकार हर एक व्यक्ति का जीवन सप्ताह के सात दिन मात्र होते है। काल रूपी सर्प कभी भी इंसान को अपना ग्रास बना लेता है। हर व्यक्ति को परीक्षित की ही तरह भगवत भक्ति में अपने को समर्पित कर देना चाहिए।

कथा में बृंदावन से आये कलाकारों ने भगवान शिवपार्वती की सुंदर झांकी प्रस्तुत कर भक्तों को भक्तिमय वातावरण में झुकने को विवश कर दिया। इसी प्रकार से प्रत्येक दिन बृंदावन से आये कलाकारों के द्वारा सुंदर झांकी प्रस्तुत की जाएगी।

वही अगली कथा गुरुवार को ध्रुव चरित्र, वामन भगवान की कथा और भगवान श्रीराम के जन्म महोत्सव की कथा होगी। यज्ञ में पारायणकर्ता पंडित पृथ्वी नाथ शुक्ल एवं आचार्य पंडित दिनेश पाण्डेय के द्वारा विधि विधान से यज्ञ मण्डप में पूजन एवं पारायण किया रहा है। यह कथा प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक होना सुनिश्चित है।

इस कार्यक्रम में पंडित कृष्णकांत देव पाण्डेय, कृष्णसेवक शुक्ल, अवधेश नारायण शुक्ल, शीतला सिंह,धनंजय पाण्डेय, जनार्दन पाण्डेय, बैजनाथ देव पाण्डेय, धीरेन्द्र चौबे ,सुनील त्रिपाठी,अशोक शुक्ल, शिवशंकर देव,आनंद ओझा, बलराम सोनी, दीनदयाल त्रिपाठी , विनोद कुमार शुक्ल, दिनेश मिश्रा, महेश मिश्रा आदि भक्तगण उपस्थित रहे।

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