अन्तर्राज्यीय गौ तस्कर गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस मुठभेड़ में एक घायल सहित पांच गिरफ्तार

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नवीन कुमार

मध्य प्रदेश से सोनभद्र के रास्ते झारखण्ड, बिहार होते पश्चिम बंगाल तक करते है गौ तस्कर

कोन(सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)। स्थानीय थाना पुलिस ने रविवार तड़के बड़ी कार्रवाई करते हुए अन्तर्राज्यीय गौतस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया। मुठभेड़ के दौरान गिरोह का सरगना झारखंड निवासी रफीक पुत्र स्व. महरूम पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसके चार साथी मौके से गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस ने घटनास्थल से 22 गोवंश, एक देशी तमंचा 315 बोर, एक जिंदा कारतूस व एक खोखा कारतूस तथा मोटरसाइकिल बरामद किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के निर्देश पर जनपद में चलाए जा रहे अपराध व गौतस्करी विरोधी अभियान के तहत मुखबिर की सूचना पर स्थानीय पुलिस ने  रविवार भोर में थाना क्षेत्र के कुड़वा पहाड़ी व रामगढ़ जंगल मार्ग से होते हुए गायघाट की ओर बड़ी संख्या में गोवंश लेकर झारखंड जा रहे हैं। इस पर प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में थाना कोन की चार टीमों ने लौंगा बंधा के पास गायघाट तिराहे पर घेराबंदी की। वही कुछ देर बाद एक मोटर साइकिल पर सवार दो व्यक्ति आगे-पीछे आ रहे अपने साथियों को संकेत करते दिखाई दिए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वह बाइक को तेजी से जंगल की ओर भगाने लगे। पीछा करने पर मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर गिर गई। गिरने के बाद एक युवक ने अपने आप को पुलिस से घिरता देख तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायर किया, जिससे एक गोली रफीक के पैर में लग गई और वह घायल होकर गिर पड़ा। मौके से पुलिस ने रफीक सहित कुल पांच तस्करों को दबोच लिया। घायल रफीक को जिला चिकित्सालय लोढ़ी में भर्ती कराया गया है।

पुलिस द्वारा गिरफ्तार तस्करो ने पूछताछ में बताया कि रफीक इस गिरोह का सरगना है, जो मध्य प्रदेश व सोनभद्र के जुगैल क्षेत्र से सस्ते दामों पर गोवंश खरीदता है। फिर उन्हें थाना चोपन क्षेत्र के सलखन पहाड़ियों में एकत्रित कर कोटा, कनहर नदी, पड़रछ और बग्गी बंधा के जंगल रास्तों से झारखंड के खरौंधी पहुंचाया जाता है। वहां से रफीक ट्रकों में गोवंश को लादकर बिहार के रास्ते बंगाल भेज देता है, जहां उन्हें वध के लिए बेचा जाता है। इस धंधे से उसे मोटा मुनाफा होता है। पूछताछ में यह भी सामने आया कि रफीक अपने साथियों को सुरक्षा व बचाव के लिए हथियार भी उपलब्ध कराता है।

गिरफ्तार तस्करो में रफीक पुत्र स्व. महरूम निवासी कोईदी, नगर उटारी, झारखंड (घायल), राम मिलन पुत्र स्व. भूलन निवासी खडार पड़री, थाना गढ़वा, मध्य प्रदेश, अमृत लाल पुत्र भोला निवासी खडार पड़री, थाना गढ़वा, मध्य प्रदेश, राहुल पुत्र वीरेंद्र निवासी रामगढ़, थाना कोन तथा छोटू लाल उर्फ छट्टू पुत्र अमेरिका निवासी रामगढ़, थाना कोन शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ धारा 109 बीएनएस, 3/25 शस्त्र अधिनियम तथा 3/5ए/8बी/8 गोवध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

इन तस्करो को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार सिंह, उपनिरीक्षक वीरेन्द्र वर्मा (चौकी प्रभारी बागेसोती), उपनिरीक्षक शिवप्रकाश यादव (चौकी प्रभारी चकरिया), उपनिरीक्षक भागवत राय, उपनिरीक्षक राकेश राय सहित हेड कॉन्स्टेबल कृष्ण कुमार यादव, ईश्वरचंद्र सिंह, इन्द्रबली राय, कॉन्स्टेबल रामभवन, अभय कुमार, महिला कॉन्स्टेबल गरिमा सिंह व सुजेता भारती शामिल रहीं।

इस मुठभेड़ के सम्बंध में पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि जिले में पशु तस्करी और गोवध जैसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे तत्वों के खिलाफ आगे भी इसी तरह कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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