अमित मिश्रा
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में नगर पंचायत डाला बाजार के सभासदों ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, मनमाने तरीके से कार्य कराने समेत अन्य मुद्दों का आरोप लगाते हुए बोर्ड की बैठक का बहिष्कार कर अब तक नगर पंचायत द्वारा कराये गये विकास कार्यो के निष्पक्ष जाँच की माँग किया। इसके पूर्व अक्टूबर माह में आयोजित नगर पंचायत की बोर्ड बैठक का सभासदो ने विभिन्न मांगों के न माने जाने पर बैठक का बहिष्कार किया था इस तरह यह दूसरी बार है जब सभासदो ने बोर्ड की बैठक का बहिष्कार किया है।
नगर पंचायत की बोर्ड बैठक का बहिष्कार करने वाले सभासद बिशाल कुमार,दीक्षा पटेल,बलवीर कुमार,संतोष कुमार,अवनीश देव पाण्डेय,बिन्दू देवी,ज्ञान देवी द्वारा संयुक्त रूप से जारी विज्ञप्ती के माध्यम से बताया गया कि नगर पंचायत अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारी की मनमाने रवैया से सभासद नाराज हैं।सभासदो ने कहा है कि नगर पंचायत चुनाव के बाद जितने भी कार्य नगर पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में अब तक कराये गए निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है। जिसकी जाँच निष्पक्ष जिले की प्रशासनिक कमेटी द्वारा किया जाना चाहिए।
सभासदो ने कहा कि नगर पंचायत में साफ-सफाई की व्यवस्था सही से नहीं की जा रही है। नगरवासियो को गीला व सूखा कूडे के बारे में न तो कभी बताया गया और ना ही स्वच्छता को लेकर जागरुकता अभियान ही चलाया गया।
नगर पंचायत की पूर्व में आयोजित हुए बोर्ड की बैठक में जो प्रस्ताव सभासदों द्वारा दिया गया, उसे न कराकर अपने निजी स्वार्थ को देखकर अध्यक्ष द्वारा कराया जाता है। नगर पंचायत में कुछ कार्य डूडा द्वारा कराया गया है, उसी कार्य को मुख्यमंत्री सृजन योजना से उसका पैसा पास करा लिया जाता है और जब सभासद उसका विरोध करते है तब उसका पैसा नगर पंचायत द्वारा वापस भेजने की मांग किया जाता है। पूर्व में नगर पंचायत में कुछ कार्य ग्राम पंचायत कोटा से हुआ है उसी कार्य को नगर पंचायत द्वारा डेटिंग-पेंटिंग करके उसका पैसा निकाल लिया जा रहा है।
जब कि इसकी शिकायत ईओ से किया गया है तो उनके द्वारा केवल आश्वासन ही दिया जाता है। नगर पंचायत की पूर्व में हुई बोर्ड बैठक में सभासदों ने प्रस्ताव रखा था कि जब से नगर पंचायत के अध्यक्ष व सभासदो का चुनाव हुआ है तब से लेकर आज तक किन-किन योजनाओं से जितना विकास कार्य कराया गया है। उसका आय और व्यय का पुरा ब्योरा सभासदो को दिया जाय। लेकिन नगर पंचायत द्वारा आज तक आय-ब्यय का लेखा जोखा नहीं दिया गया।
नगर पंचायत में ठेकेदारों द्वारा घटिया मेटेरियल का उपयोग किया जा रहा था,जिसका सभासदो ने उस घटिया मटेरियल का विडियो बनाया और नगर पंचायत इओ और अध्यक्ष को दिया गया तो केवल आश्वासन मिला कि इसकी जाँच कराई जाएगी। किन्तु ऐसा न हो कर बिना जाँच कराये ही कार्य का भुगतान ठेकेदारों को करा दिया गया। नगर पंचायत का वार्ड नंबर पाँच डाला चढाई सबसे पिछडा वार्ड है। जिसमे अनुसूचित जन जाति के लोग रहते है, उस वार्ड के सभासद द्वारा विकास कार्य कराने को लेकर कई बार प्रस्ताव बनाकर दिया गया, लेकिन उस प्रस्ताव पर कोई कार्य नहीं कराया गया।
नगर पंचायत में कराये जाने वाले कार्य को लेकर निकाले जा रहे टेंडरों एवं टेंडरो की सूचना को कुछ ऐसे अखबारो में छपवाया जाता है जिन अखबार का प्रसार डाला में नहीं है और कुछ अखबार ऐसे है जिसका बहुत ही कम प्रसार है। जिसके कारण टेंडरों के निकलने की जानकारी सबको नहीं हो पाता है। जिसमे अपने चहेतो को नगर पंचायत के जिम्मेदारो द्वारा टेंडर दिलाया जा रहा है।
इस मामले में नगर पंचायत अध्यक्षा फुलवंती कुमारी ने बताया कि कुछ सभासदों द्वारा अपना निजी स्वार्थ व लाभ पूर्ण न होने के कारण विकास कार्यों के लिए बोर्ड बैठक में सहभागिता नहीं निभाया जा रहा है इसलिए बोर्ड की बैठक का बहिष्कार कराया गया है । उन लोगों के द्वारा लगाया जा रहा आरोप बिल्कुल झूठ व गलत है।