



नवीन कुमार
O – सड़कें बनीं स्थानीयों के लिए अभिशाप, रिश्तेदारों ने आना बंद किया
कोन (सोनभद्र) । क्षेत्र की दो प्रमुख सड़कों कोन-तेलगुडवा मार्ग और कोन-विंढमगंज मार्ग की बदहाली ने स्थानीय निवासियों का जीना दुश्वार कर दिया है। लंबे समय से मरम्मत का इंतजार कर रही इन सड़कों की स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि लोग इन रास्तों पर पैदल चलने से भी कतराने लगे हैं। आए दिन वाहनों के पंचर होने, दुर्घटनाओं और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह हो गए हैं कि क्षेत्रवासियों के रिश्तेदार तक अब कोन आने से परहेज करने लगे हैं।

शनिवार को तहसील दिवस के अवसर पर कोन क्षेत्र के अधिवक्ताओं ने सड़कों के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर सड़कों के शीघ्र नवीनीकरण की मांग की। अधिवक्ताओं विनोद, अखिलेश, परशु, प्रभाष पांडे और अनिल कुमार ने बताया कि वह प्रतिदिन कोर्ट और तहसील पहुंचने के दौरान भारी परेशानियों का सामना करते हैं। किसी की मोटरसाइकिल पंचर हो जाती है, तो किसी की कार खराब हो जाती है। वहीं, बस चालकों की मानें तो सड़कों की हालत के कारण उनकी बसों की ‘कमानी’ बार-बार टूट रही है, जिससे मजबूरी में उन्हें वाहन तक बेचना पड़ रहा है।

गौरतलब है कि कोन-तेलगुडवा मार्ग का निर्माण बसपा सरकार के समय कराया गया था, जबकि सपा सरकार के दौरान स्कूली बच्चों द्वारा भी सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया था। इसके बावजूद अब तक न तो इस मार्ग पर मरम्मत कार्य शुरू हुआ और न ही विंढमगंज मार्ग पर कोई कार्यवाही हुई।

कोन व्यापार मंडल, सपा के पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा, और कई क्षेत्रीय संगठनों द्वारा पहले भी जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन सौंपा जा चुका है। फिर भी वर्षों से ये दोनों सड़कें उपेक्षा की शिकार हैं।

अब जब अधिवक्ता स्वयं इस आंदोलन में शामिल हो चुके हैं, तो क्षेत्रवासियों को उम्मीद है कि प्रशासन और सरकार इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान देगा और जल्द ही इन दोनों प्रमुख सड़कों का नवीनीकरण कार्य शुरू किया जाएगा।