अमित मिश्रा
सोनभद्र। अलग पूर्वाचल राज्य की मांग कर रहे संगठन पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा की एक बैठक तहसील परिसर में राष्ट्रीय प्रवक्ता संदीप जयसवाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने कहा कि अलग पूर्वांचल राज्य की आवाज भी उठने लगी है। पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा अलग राज्य के लिए मुहिम तेज करने में जुट गया है। मोर्चा जगह-जगह सभाएं ,गोष्ठी , जागरूकता यात्रा ,साइकिल रैली तथा अन्य तरह से कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। विंध्याचल मंडल , वाराणसी मंडल एवं आजमगढ़ मंडल में सितंबर माह से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
राष्ट्रीय संयोजक राष्ट्रीय संयोजक कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश पिछड़ता चला जा रहा है। पूर्वांचल को लंबे समय से राज्य बनाने की मांग चल रही है। केंद्र और प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते यह मांग पूरी नहीं हुई। इसके लिए गोरखपुर से लेकर इलाहाबाद तक आंदोलन होगा। बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, वाराणसी जनपदों में पूर्वांचल राज्य के लिए लोगाें को जागरूक किया जाएगा। पृथक पूर्वांचल राज्य के गठन से क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी। इससे निचले स्तर के लोगों को ज्यादा लाभ होगा। बड़ा प्रदेश होने के कारण कई जिलों में विकास कार्य सही तरीके से नहीं हो पा रहे हैं। विकास के मामले में पूर्वांचल काफी पिछड़ गया है। पृथक पूर्वांचल के गठन से पूर्वांचल में विकास की गति तेज होगी।
जिला अध्यक्ष शिव प्रकाश चौबे उर्फ राजू चौबे ने कहा कि पूर्वांचल बनने पर अगर वाराणसी को राजधानी बनाया गया तो लोगों को लंबी दूरी तय कर लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा। पूर्वांचल के गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, चंदौली आदि जिले काफी पिछड़े हुए हैं। पूर्वांचल बनने तथा वाराणसी राजधानी होने से इन जिलों में होने वाले विकास कार्यों की मानिटरिंग भी हो सकेगी। जनपद सोनभद्र के सभी औद्योगिक कारखाने में स्थानीय युवाओं की सत प्रतिसत भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक का संचालन सन्तोष चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर काकू सिंह, सुरेश सिंह कुशवाहा एड, भानु प्रताप चौहान एड, अशोक कुमार कनौजिया ललित चौबे, अशोक सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।