



अमित मिश्रा
जिला जेल में महिला सफाईकर्मी नही होने पर जतायी नाराजगी
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य ने सर्किट हाउस चुर्क में जन सुनवाई करते हुए महिला उत्पीड़न की शिकायत प्राप्त होने पर तत्परता के साथ की जाये कार्यवाही करने का निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिया। इसके साथ ही जिला जेल पहुँच कर महिला बन्दी गृह, जिला अस्पताल, वन स्टाफ सेन्टर, कस्तूरबा गॉधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण, किया और सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
सदस्य सचिव, उप्र राज्य महिला आयोग लखनऊ गीता विश्वकर्मा द्वारा आज अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान चुर्क गुरमा जेल महिला बन्दी गृह, जिला अस्पताल, वन स्टाफ सेन्टर, कस्तूरबा गॉधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया गया।
जिला जेल के निरीक्षण के दौरान सदस्य ने जेल में विचाराधीन महिला कैदियों से सीधा संवाद किया और जेलर को निर्देशित करते हुए कहा कि जेल में बंद सजायाफ्ता कैदियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाये जाने हेतु उच्च स्तर पर पत्राचार किया जाये
। इस दौरान महिला बन्दी गृह में महिला स्वीपर न होने की शिकायत पर उन्होंने जेलर को निर्देशित करते हुए कहा कि अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत चुर्क को पत्राचार कराकर सफाई कर्मी की नियुक्ति की कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये
। उन्होंने कहा कि महिला बन्दियों को निर्धारित मीनू के अनुसार समय से नाश्ता व भोजन उपलब्ध कराया जाये
।

इसके बाद
महिल आयोग की सदस्य द्वारा जिला संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी वार्ड में बेड से सटाकर रखे हुए डस्टवीन को देखकर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस को निर्देशित करते हुए कहा कि साफ-सफाई का व्यवस्था बेहतर तरीके से सुनिश्चित करायी जाये, वार्ड में गंदगी न रहें।
इसी प्रकार
से पोस्ट डिलेवरी वार्ड का भी निरीक्षण
करते हुए डिलिवरी वार्ड में महिला मरीजों हेतु लगायी गयी एसी खराब स्थिति में पायी गयी, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस को निर्देशित करते हुए कहा कि खराब एसी
को तत्काल ठीक करायी जाये, जिससे महिला मरीजों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ें
।
इसी प्रकार
से कस्तूरबा गॉधी आवासीय बालिका विद्यालय का भी निरीक्षण की, इस दौरान उन्होंने कहा कि विद्यालय परिसर में साफ-सफाई बेहतर रखा जाये, बच्चों को निर्धारित मीनू के अनुसार नास्ता, भोजन आदि की व्यवस्था और बेहतर किया किया जाये, छात्राओं को खेल के प्रति भी रूचि रखें, इसके लिए प्रयास किया जाये, उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वस्थ्य रहने के लिए साफ-सफाई के लिए प्रति प्रेरित किया जाये और
उन्हें साफ-सफाई न रखने से होने वाली बीमारी से अवगत कराया जाये।
वही सर्किट हाउस सभागार में जन सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि जिले की महिला बहनों को सुरक्षित रखा जाये, महिलाओं के उत्पीड़न की जानकारी होने पर तत्परता से कदम उठायें हुए, हर हाल में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाये। महिलाएं भी अपने-अपने घर परिवार को देखते हुए समाज की मुख्य धारा से जुड़े और महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें। महिलाएं अपने लड़के व लड़कियों को हर हाल में स्कूल भेजे और शिक्षा के प्रति भी सजग रहें, तभी वे खुद के साथ अपने परिवार का विकास कर, आत्मनिर्भर की ओर अग्रसर हो सकेंगी।
इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि महिला उत्पीड़न के प्रकरणों को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करते हुए महिलाओं के मान-सम्मान को बनाये रखा जाय। दूर-दराज से आयी महिलाओं ने अपने दुःख-दर्द को सुनाया, जिस पर सम्बन्धितों को प्रकरणों की जॉच कर न्याय दिलाने के निर्देश सम्बन्धितों को दिया गया।
इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी इंद्रावती कुमारी, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह,महिला थानाध्यक्ष सरिता सरोज, गायत्री दुबे, आकांक्षा पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।