अमित मिश्रा
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम एवं तृतीय के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को मिशन शक्ति का आयोजन किया गया। मिशन शक्ति का यह आयोजन प्रदेश सरकार के निर्देश पर महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के प्रति जागरूकता के लिए किया गया है।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में अध्यापिका रोशनी कुमारी ने कहा कि बेटियां तो आंगन की चहचहाहट हैं जिनके बिना घर परिवार और समाज अधूरा है। वह घर परिवार और समाज की रोशनी हैं। उन्होंने नारी शक्ति को सलाम करते हुए जयशंकर प्रसाद की रचना “नारी तुम श्रद्धा हो” का वाचन किया ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ० ओम प्रकाश उप महाप्रबंधक मानव संसाधन राजभाषा ने अपनी काव्य संग्रह विदा होती बेटियां के मार्मिक पक्षों का उल्लेख किया और बेटी तथा मां के संबंध पर प्रकाश डाला।
इसी क्रम में कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ० बीना सिंह रागी ने साहित्य, समाज और मानवता के त्रिकोण पर प्रकाश डालते हुए अपनी नारी शक्ति के प्रति समर्पित रचनाओं को प्रस्तुत किया । उन्होंने कहा कि समाज में लैंगिक विभिन्नता के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है क्योंकि प्रकृति जन लिंगों का भेद नहीं करती तो ऐसी स्थिति में समाज कैसे लिंगों का भेद कर सकता है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्था के वरिष्ठ अध्यापक डॉ० मानिकचंद पाण्डेय ने राष्ट्रीय सेवा योजना के बैनर तले संचालित मिशन शक्ति अभियान की गतिविधियों को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए स्वयं सेविका पल्लवी गुप्ता, ज्योति, पूनम, पूजा, श्रेया, संचना आदि ने भी अपने विचार रखे। मिशन शक्ति के इस अभियान में थाना शक्तिनगर के एस.आई. रंजीत कुमार, कांस्टेबल आदित्य कुमार ,महिला कांस्टेबल सुनीता यादव एवं पूजा कनौजिया ने मिशन शक्ति जागरूकता के प्रति छात्र-छात्राओं का ध्यान आकर्षित किया और सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा, साइबर क्राइम, डिजिटल अरेस्ट जैसे संगीन विषयों पर जागरूक रहने का आग्रह किया।
आयोजन में अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम अधिकारी डॉ० छोटेलाल प्रसाद ने किया तथा सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन रंजीत राय ने किया।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ० विनोद कुमार पांडेय ने किया । आयोजन में संस्था के सभी सम्मानित अध्यापकों विशेष रूप से डॉ०दिनेश कुमार , प्रशांत कुमार विश्वकर्मा, डॉ० मनोज कुमार गौतम आदि की सहभागिता सराहनीय रही। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।







