अमित मिश्रा
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में आदिवासियों के बीच पहुंच कर उनके उत्थान , शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति अलग जगाने वाली म्योरपुर ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित बनवासी सेवा आश्रम के प्रेरणा स्थल पर पुष्प अर्पित कर सर्वधर्म प्रार्थना के साथ रविवार को आश्रम कार्यकर्ताओं,छात्रों और ग्रामीणों ने प्रख्यात समाज सेविका,चिकित्सक, लेखिका और पर्यावरण विद डॉ रागिनी की 12 वीं पुण्य तिथि पर उन्हें याद किया गया।
वक्ताओं ने डा रागिनी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने ने 60 के दशक में जिले के दक्षिणांचल में गरीबों की सेवा की और स्वास्थ्य,शिक्षा,पर्यावरण सरंक्षण को लेकर अपना जीवन समर्पित कर दिया।उस दौर में यह क्षेत्र विकट समस्याओं से जूझ रहा था। ऐसे में डा रागिनी ने पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ इलाज कर हजारों लोगों की जीवन बचाई। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी कई किताबें लिखी।उन्होंने पर्यावरण की समस्या को लेकर अलख जगाया और मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने के साथ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से क्षेत्र में प्रदूषण की जांच कराने में अहम भूमिका निभाई। गांधी वादी डा रागिनी ओ राष्ट्रीय स्तर के कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
इस मौके पर डा विभा,शुभा प्रेम,विमल सिंह,देवनाथ,जगत नारायण विश्वकर्मा, सीता देवी,दिवाकर,विजय, कन्नौजिया,सुरेश कुमार, प्रदीप पाण्डेय,नीता,प्रेमदयाल समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।







