बैगर मान्यता के 6 विद्यालयो पर कड़ी कार्रवाई,छात्रों का भविष्य अंधेरे में

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नवीन कुमार

खण्ड शिक्षा अधिकारी की जांच में बिना मान्यता संचालित होते मिले 6 स्कूल

कोन(सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)। जिले के विकास खण्ड कोन में बिना मान्यता के संचालित हो रहे छह स्कूलों पर शिक्षा विभाग ने सख्त कार्रवाई की है। आज खण्ड शिक्षा अधिकारी लोकेश कुमार द्वारा कोन क्षेत्र के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया गया,इस दौरान 6 विद्यालयो के पास मान्यता से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं पाया गया। जिन्हें खण्ड शिक्षा अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। वही शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से क्षेत्र में शिक्षा के नाम पर गरीब अभिभावको को लूटने वालो में हड़कंप मच गया है।

इस सम्बन्ध में खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि आज कोन क्षेत्र के माँ अमिला शिक्षण संस्थान, भालुकुदर,राम दुलारी इंटर कॉलेज, पिपरखाड़, रीता देवी इंटर कॉलेज, गिधिया,
एम के इंटर कॉलेज, खरौंधी, आदिवासी इंटर कॉलेज, मझिगवां,
आईए इंटर कॉलेज, मझिगवां की मान्यता की जांच किया गया तो इन लोगो द्वारा कोई वैध प्रपत्र नही दिखाया जा सका ,जिस पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इन स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा कुछ स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की भी कमी पाई गई। छात्रों के लिए पर्याप्त शिक्षण सामग्री और योग्य शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर भी गंभीर खामियां देखी गईं।

इन स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों के भविष्य को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि बिना मान्यता वाले विद्यालयों से प्राप्त प्रमाणपत्रों की कोई विधिक मान्यता नहीं होती है। इससे बच्चों को आगे की पढ़ाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता था।

निजी विद्यालयों के लिए सख्त दिशा-निर्देश: खण्ड शिक्षा अधिकारी ने सभी निजी विद्यालयों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने मुख्य द्वार पर विद्यालय की मान्यता से संबंधित जानकारी अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करें। इसमें निम्नलिखित बिंदु स्पष्ट रूप से अंकित होने चाहिए: विद्यालय की मान्यता संख्या,यूडीआईएसई (UDISE) नंबर,संबद्ध शिक्षा बोर्ड का नाम,यदि कोई भी विद्यालय इन निर्देशों का पालन करने में असफल रहता है, तो उसके खिलाफ आरटीई (RTE) एक्ट 2009 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी विद्यालय अवैध रूप से संचालित न हो सके।

अभिभावकों के लिए अपील:शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को किसी भी स्कूल में दाखिला कराने से पहले उसकी मान्यता की जांच अवश्य करें। बिना मान्यता वाले स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने से उनकी शिक्षा और भविष्य दोनों को खतरा हो सकता है।

इसके अलावा, अभिभावकों को यह भी सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों के स्कूलों से संबंधित सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज सुरक्षित रखें और समय-समय पर स्कूल प्रशासन से आवश्यक जानकारी लेते रहें।इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र के अन्य निजी विद्यालय भी सतर्क हो गए हैं। शिक्षा विभाग द्वारा की गई इस सख्ती के बाद कई अन्य विद्यालय भी अपनी मान्यता से संबंधित दस्तावेज दुरुस्त करने में जुट गए हैं।

खण्ड शिक्षा ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसी ही जांच अभियान जारी रहेंगे और यदि किसी अन्य विद्यालय को भी बिना मान्यता के संचालित पाया गया, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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