अमित मिश्रा
सरदार वल्लभभाई पटेल जी की पूर्व संध्या पर 150वीं जयंती मनाया गया
सरदार पटेल ने 562 छोटी बड़ी रियासतों को भारतीय संघ में मिलाया
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के द्वारा लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वी जयंती की पूर्व संध्या पर डीबीए सभागार में अध्यक्ष जगजीवन सिंह की अध्यक्षता में मनाया गया। इस दौरान डीबीए अध्यक्ष जगजीवन सिंह एडवोकेट ने कहा कि सरदार पटेल गृहमंत्री के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता देसी रियासतों (राज्यों) को भारत में मिलाना था। इस काम को उन्होंने बिना खून बहाए करके दिखाया। केवल हैदराबाद के ‘ऑपरेशन पोलो’ के लिए उन्हें सेना भेजनी पड़ी।
भारत के एकीकरण में उनके महान योगदान के लिए उन्हे भारत का ‘लौहपुरुष’ के रूप में जाना जाता है। सरदार पटेल की महानतम देन थी 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण किया। विश्व के इतिहास में एक भी व्यक्ति ऐसा न हुआ जिसने इतनी बड़ी संख्या में राज्यों का एकीकरण करने का साहस किया हो।
पूर्व अध्यक्ष श्याम बिहारी यादव ने कहा कि पटेल 1928 के बारदोली सत्याग्रह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बारदोली में किसानों पर अत्यधिक भूमि कर का बोझ था जिसे वे खराब फसल के कारण वहन नहीं कर सकते थे। पटेल के दृढ़ नेतृत्व में, किसानों ने एक अहिंसक आंदोलन शुरू किया, करों का भुगतान करने से इनकार कर दिया और ब्रिटिश वस्तुओं और सेवाओं का सामूहिक बहिष्कार किया।
इस सभा का संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष एड पवन कुमार सिंह ने किया।
इस अवसर पर सत्यप्रकाश कुशवाहा, हीरालाल पटेल, राजेश कुमार यादव, प्रदीप कुमार मौर्य, राजेश कुमार मौर्य, आकृति निर्भया, चंद्र प्रकाश सिंह, पंकज कुमार यादव, प्रदीप कुमार, कृष्णानंद सिंह, टीटू गुप्ता, प्रभात सिंह पटेल, राजेंद्र कुमार यादव आदि लोग उपस्थित रहे।







