



विष्णु अग्रहरी
आतंकवाद के खिलाफ उठी एकजुट आवाज, मानवता पर हमले की कड़ी निंदा
दुद्धी (सोनभद्र) । कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ दुद्धी नगर में शनिवार को मुस्लिम समाज ने एकजुटता दिखाते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस्लाहुल मुस्लेमीन कमेटी, जामा मस्जिद के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नगर के विभिन्न मार्गों पर जुलूस निकालकर आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश जताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

जुलूस नगर के मुख्य मार्गों से होता हुआ विभिन्न गलियों और चौराहों से गुजरा और मुख्य चौराहे पर पहुंचकर विशाल जनसमूह में बदल गया। हाथों में तख्तियां और बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ जैसे गगनभेदी नारे लगाते हुए माहौल को देशभक्ति के जज्बे से भर दिया।
आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता” — मुस्लिम समाज
जुलूस के दौरान वक्ताओं ने कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता, बल्कि यह सम्पूर्ण मानवता पर किया गया एक क्रूर प्रहार है। वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि मुस्लिम समाज देश की एकता, अखंडता और शांति का पक्षधर है और आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इस हमले ने मानवता को शर्मसार किया है और इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए।
शांति का संदेश, आतंकवाद का विरोध
प्रदर्शनकारियों ने शांति और भाईचारे का संदेश देते हुए देशवासियों से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें और आतंकियों को किसी भी रूप में समर्थन न दें। साथ ही केंद्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
प्रमुख समाजसेवी और गणमान्य रहे शामिल
जुलूस और प्रदर्शन में फतेह मुहम्मद ख़ाँ, आशिफ़ ख़ाँ, गप्पू ख़ाँ, राफे ख़ाँ, जवी ख़ाँ उर्फ बाबू डान, सनाउल्लाह ख़ाँ, टिंकू, सेराज, पडडू ख़ाँ सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के गणमान्य लोग और नगरवासी उपस्थित रहे। सभी ने शांतिपूर्वक तरीके से अपना विरोध दर्ज कराया और आतंकी गतिविधियों के विरुद्ध सरकार के साथ खड़े रहने का संकल्प दोहराया।
प्रशासन रहा सतर्क
जुलूस और प्रदर्शन के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रहा। पुलिस बल तैनात किया गया ताकि जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था बनी रहे। जुलूस शांतिपूर्वक सम्पन्न होने के बाद नगर में सामान्य स्थिति बनी रही ।