मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक जागरूकता:- जिलाधिकारी

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अमित मिश्रा

कल सुबह 09 बजे से 11 बजे तक होगा मॉक ड्रिल

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। केन्द्र सरकार के निर्देश पर जनपद में मॉक ड्रिल को लेकर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने पुलिस लाइन सभागार में तैयारियों की समीक्षा किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक जागरूकता और आपदा में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है।

जिलाधिकारी बीएन सिंह व पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा की अध्यक्षता में पुलिस लाइन चुर्क सभागार में कल होने वाले मॉक ड्रिल की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक की गयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मॉक ड्रिल की तैयारियां सभी सम्बन्धित विभाग समय से कर लें।  मॉक ड्रिल का आयोजन जनपद के प्रमुख स्थानों, विद्यालयों में अधिक से अधिक संख्या में किया जाये।

इस दौरान लोगों को इस बात के लिए प्रशिक्षित किया जाये कि देश में युद्ध जैसे हालात उत्पन्न होने पर परिस्थितियों का सामना करने हेतु क्या-क्या तैयारियां होना आवश्यक है। मॉक ड्रिल का आयोजन कल प्रातः 09.00 बजे से 11.00 बजे तक किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल का आयोजन सजगता के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य वास्तविक आतंक नहीं बल्कि नागरिक जागरूकता और आपदा में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर जो आपदा से सम्बन्धित समिति बनायी गयी है, उन समितियों की बैठक ग्राम पंचायत स्तर पर कर ली जाये।

उन्होंने कहा कि नागरिकों को युद्धकालीन परिस्थितियों में सुरक्षित रहने हेतु प्रशिक्षित करना जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन इकाई व नागरिक सुरक्षा बलों की तत्परता की मॉक ड्रिल में किए जाने वाले प्रमुख कार्य- हवाई हमले की चेतावनी सायरन बजाकर नागरिकों को संभावित हवाई हमले की सूचना देना, नगर के प्रमुख स्थानों पर मॉक सायरन सिस्टम का परीक्षण, जन-जागरूकता एवं प्रशिक्षण, स्कूलों, कॉलेजों व सार्वजनिक स्थानों पर नागरिकों को यह सिखाना कि हवाई हमले की स्थिति में स्वयं को कैसे सुरक्षित रखें (जैसे दृश्य जमीन पर लेटना, खिड़कियाँ बंद करना, सिर पर तकिया या बैग रखना) ब्लैकआउट व्यवस्था, निर्धारित समय पर पूरे जिले की बिजली बंद की जाएगी ताकि रात में दुश्मन को कोई लक्ष्य न दिखे, महत्वपूर्ण भवनों/कार्यालयों की सुरक्षा जिला मुख्यालय, थाना, अस्पताल, और टेलीफोन एक्सचेंज आदि स्थानों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम।

इस दौरान मीडिया प्लेटफार्म पर सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रानिक्स मीडिया किसी प्रकार से नकारात्मक खबरों का प्रसारण न किया जाये, अधिकारिक स्तर से जारी समाचार का प्रकाशन कराया जाये।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इन स्थानों की पहचान छिपाने हेतु नकली छावनियाँ तैयार करना, निकासी योजना तैयार की गई अद्यतन निकासी योजना का अभ्यास, घनी बस्तियों से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का मॉक ड्रिल, रेस्क्यू एवं प्राथमिक उपचार अभ्यास/सिविल डिफेन्स, रेड क्रॉस, एनसीसी, एनएसएस, आपदा प्रबंधन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा बचाव कार्यों का प्रदर्शन, घायल नागरिकों को त्वरित प्राथमिक चिकित्सा पहुँचाने की प्रक्रिया का अभ्यास मॉक ड्रिल के माध्यम से किया जायेगा। समन्वय इकाई, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सिविल डिफेंस टीम स्थानीय पुलिस प्रशासन स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, शिक्षा विभाग द्वारा किया जायेगा।

इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह, अपर जिलाधिकारी(वि0रा0) सहदेव कुमार मिश्र, सीआईएसएफ कमाण्डेन्ट, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।

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