अमित मिश्रा
कागजो पर हो रहा पत्थर खदान में खनन, मौके पर नही टूटा एक बोल्डर
हैवी ब्लास्टिंग से कांपती धरती, प्रशासन के पास नही कोई एक्सप्लोसिव बिक्री का रिकार्ड
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। प्रदेश में योगी सरकार किसी भी तरह के अवैध खनन नही होने की खबरों को भले ही नकारती हो लेकिन जनपद में गहरी होती पत्थर खदानें व निर्धारित सीमा से बढ़ कर नदियों में बालू खनन किसी से छिपा नही है। इसे छिपा रहे है तो सिर्फ योगी सरकार के ईमानदार अधिकारी जो सीधे मुख्यमंत्री को झूठी रिपोर्ट दें रहे है।
ताजा मामला जनपद के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के डाला-बाड़ी में संचालित खदानों में विभागीय मिलीभगत से खनन कर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर हैवी ब्लास्टिंग किया जा रहा है। इस हैवी ब्लास्टिन होने से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है। इस क्षेत्र में गहरी हो चुकी पत्थर खदानों से बगैर सुरक्षा मानको के बोल्डर लोडकर टीपर राजमार्ग पर फर्राटे भर रही है।
पत्थर खदानों में सुरक्षा मानकों का कोई नियम पालन नही किया जाता क्योकि डीजीएमएस वाराणसी के अधिकारी सिर्फ कागजी खानापूर्ति के लिए खनन क्षेत्र का दौरा करते है।
जनपद में पत्थर व बालू खनन कर्ताओं द्वारा मानक के विपरीत अवैध खनन जारी है जबकि शासन व प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। अगर बात करें खनिज विभाग की तो शिकायतों के बाद अधिकारी खानापूर्ति कर वसूली करते हुए पारदर्शिता के साथ कार्य करना बताया जाता है लेकिन हकीकत सबके सामने है जो खनन क्षेत्रो में देखा जा सकता है। इन क्षेत्रों में देखा खनन परिवहन नियमावली 1963 का पूरा उल्लंघन विभागीय मिली भगत से किया जा रहा है ।
सूबे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर अवैध खनन नही होना चाहिए पर हकीकत कुछ और ही बयां करते है। जनपद के इस क्षेत्र में खनन नियमावली के अनुसार सूरज ढलने के बाद खनन नही होना चाहिए पर यहाँ रात के अंधेरे में ही बदस्तूर खनन किया जाता है। खनन माफियाओं के इस अवैध खनन से योगी सरकार की छवि धूमिल हो रही है।