10 लाख लेकर बनाया बिहार सरकार मे फर्जी LDC अधिकारी।

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

अनिल कुमार

ग़ाज़ीपुर (उत्तर प्रदेश) । 10 लाख रुपए दो और बिहार सरकार के सचिवालय में सरकारी नौकरी पाओ कुछ इसी तरह का सपना दिखाकर गाजीपुर के एक कोचिंग संचालक ने सैकड़ो युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र और सचिवालय में एलडीसी पद का आई कार्ड भी जारी कर दिया और जब युवक वहां नौकरी ज्वाइन करने गए तब उन्हें पता चला कि वह तो ठगी के शिकार हो गए हैं इसी बात की शिकायत लेकर कुछ अभ्यर्थी गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और लिखित रूप से पुलिस अधीक्षक गाजीपुर को नगदिलपुर गांव के रहने वाले विनोद गुप्ता जो बकसू बाबा अकादमी के नाम से पुलिस भर्ती, आर्मी भर्ती आदि की कोचिंग चलाते हैं और उसी के आड़ में वह फर्जी तरीके से नौकरी लगाने का भी काम करते हैं शिकायत में इन सभी युवाओं ने उससे संबंधित सभी प्रमाण पत्र भी दिए वहीं कुछ युवाओं के द्वारा विरोध किए जाने पर उन्हें 8 से 9 लाख रुपए का चेक भी वापस कर दिया लेकिन वह भी फर्जी साबित हुआ क्योंकि जिस खाते से वह चेक काटा गया उस खाते में पैसा ही नहीं था। फर्जीवाड़ा इतना ही नहीं रुका बल्कि सभी युवाओं को टोकन मनी के रूप में वेतन का 469 रुपया भी उनके खाते में भेजो ताकि युवाओं को नौकरी लगे होने विश्वास हो

पूरा मामला रेवतीपुर ब्लाक के नकदीलपुर गांव में चलने वाला बकसू बाबा कोचिंग सेंटर का है जहां आसपास के गांव के साथ ही यूपी के कई जनपदों और खासकर बिहार प्रांत के कई जनपदों के युवक आर्मी भर्ती पुलिस भर्ती और अन्य भर्ती के लिए कोचिंग करने आते हैं और इसी का फायदा उठाकर कोचिंग संचालक विनोद कुमार गुप्ता इन लोगों को नौकरी दिलाने का लालच दिया इसके बदले 10 लाख रुपए लिया और बिहार सरकार के सचिवालय में एलडीसी की भर्ती का फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ ही साथ आई कार्ड भी सभी अभ्यर्थियों को दे दिया और जब अभ्यर्थी बिहार सचिवालय पहुंचे तो उन लोगों को पता चला कि इस तरह का कोई पद वहां पर विज्ञापन नहीं किया गया है जिसके बाद यह सभी लोग वापस आए और अपने पैसे के लिए दबाव बनाने लगे इसके बाद विनोद गुप्ता ने बहुत सारे लोगों को 8 से 9 लाख रुपए का चेक किसी नीतू नाम की महिला के बैंक खाते का दिया लेकिन जब चेक पाए हुए लोग बैंक पहुंचे तब पता चला कि उक्त खाते में उतना पेमेंट ही नहीं है कि उनके चेक का भुगतान किया जा सके इसके बाद से वह लोग लगातार कोचिंग संस्थान से लेकर रेवतीपुर थाने का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है थक हार कर तीन दिन पहले पीड़ित तीन अभ्यर्थी विदेशी चौधरी पुत्र चंद्रजीत चौधरी जिसने अपने बेटे की नौकरी के लिए अपनी जमीन रजिस्ट्री किया था इसके अलावा नीरज कुमार जो नालंदा जिला बिहार का रहने वाला है तो वही मनोहर कुमार जो मुजफ्फरपुर बिहार का रहने वाला है यह तीनों लोग पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर सभी तथ्यों के साथ शिकायत पत्र पुलिस अधीक्षक को सौपा इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच कर कार्यवाही करने की बात कही थी लेकिन एप्लीकेशन दिए हुए करीब 3 दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक इस मामले में किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने से सभी पीड़ित काफी परेशान है।

पीड़ितों ने बताया कि यह लोग बिहार पुलिस और आर्मी भारती की तैयारी के लिए आए थे और जब लोग यहां पहुंचे तो इन्हें नौकरी दिलाने का सपना दिखाया गया जिसके लिए 10 लाख की मांग की गई थी और इन लोगों ने किसी तरह से पैसे की व्यवस्था कर दिया था जिसे कुछ इन लोगों ने ऑनलाइन दिया कुछ नगदी दिया और कुछ चेक के माध्यम से दिया जिसके बाद इन लोगों को बिहार सरकार के एलडीसी पद का नियुक्ति पत्र और आई कार्ड दिया गया और इन सभी लोगों को बिहार सचिवालय में भी घुमाया गया इन लोगों के अनुसार बात किया जाए तो कल 129 लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया था और सभी लोगों को विश्वास दिलाने के लिए सभी के खाते में टोकन मनी के रूप में 469 भेजा गया था ताकि लोगों को विश्वास हो जाए कि उनका वेतन भी लग चुका है जो आने वाले समय में उन्हें मिलेगा लेकिन जैसे ही बिहार सचिवालय में पहुंचे और उनके फर्जी वाड़े का जब पता चला तो सभी लोग अवाक रह गए।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक से कई बार बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनकी तरफ से मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद ही किसी भी तरह का आधिकारिक बयान देने की बात कही गई है वही आज गाजीपुर के दौरे पर पहुंचे सांसद अफजाल अंसारी से जब इस प्रकरण में बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह योगी सरकार है और इस योगी सरकार में पुलिस को इस मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए।

Leave a Comment