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भगवान जगन्नाथ भाई और बहन के साथ रथ पर सवार होकर निकले

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राजन

मीरजापुर। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आज पूरे देश में धूमधाम से निकाली जाएगी मुख्य यात्रा जहां पुरी में निकलती है जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं तो वहीं देश के अन्य जगहों पर भी रथ यात्रा निकाली जाती है । मिर्ज़ापुर नगर के गाजिया टोला स्थित श्री ठाकुर रामकुमार मंदिर से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकलती है आज सुबह पूजा पाठ के बाद विधि विधान से भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा और भाई बलदाऊ को रथ पर बैठाया गया जहां से भक्तगण रथ को खींचते हुए त्रिमुहानी तक ले गए आज यहां सुबह से सायं काल 4:00 बजे तक भगवान भक्तों को दर्शन देंगे इसके बाद बटुक ब्राह्मणों द्वारा प्रभु की आरती की जाएगी तत्पश्चात भगवान का रथ नगर भ्रमण को निकल जाएगा। वैसे तो भगवान के दर्शन करने के लिए भक्तों को हमेशा मंदिर जाना होता है परंतु आज का ही दिन ऐसा होता है कि जब भक्तों को दर्शन देने के लिए भगवान मंदिर से निकाल कर नगर का भ्रमण करते हैं और भक्तों को दर्शन देकर उनका कल्याण करते हैं ।

रथ यात्रा की शुरुआत कैसे हुई

इतिहास में ऐसा माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने नगर घूमने की इच्छा ज़ाहिर की जिसके बाद बहन की इच्छा पूरा करने के लिए भगवान जगन्नाथ ने 3 रथ बनवाए, और सुभद्रा को नगर घुमाने के लिए रथ यात्रा पर ले गए. सबसे आगे वाला रथ भगवान बलराम का, बीच वाला रथ बहन सुभद्रा के और सबसे पीछे वाला रथ भगवान जगन्नाथ का होता है । इस तरह से भगवान जगन्नाथ के रथ यात्रा की शुरुआत हुई ।

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