भगवान धन्वंतरि की धूमधाम से मनायी गयी जयन्ती

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अमित मिश्रा

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में श्री बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन एवम कानोडिया औषधालय के संयुक्त तत्वावधान में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की जयंती धनतेरस पर विधि विधान से मनायी गई, जिसमें आचार्य कृपा शंकर पाण्डेय द्वारा विधी विधान से पूजन अर्चन प्रतिष्ठान के अधिष्ठाता विजय कानोडिया द्वारा करवाया गया तत्पछात गोष्ठी का आयोजन किया गया।

गोष्ठी में वरिष्ठ चिकित्सक डा केके सिंह द्वारा सुपारी के बारे में विस्तार से बताया कि सुपारी का स्वरूप शिवलिंग के आकार का होने के कारण पूजा में इसका प्रयोग किया जाता है साथ ही आयुर्वेद में भी सुपारी औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता, बशर्ते इसकी मात्रा का निर्धारण हो।

वैद्यनाथ कंपनी के प्रतिनिधि रितेश जायसवाल द्वारा बताया गया कि वैद्यनाथ कंपनी बदलते पर्रीवेश में भी श्रेष्ठ गुणवत्तापूर्ण औषधि निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। वही इंद कुमार दुबे ने कहा की आयुर्वेद के सिद्धांतो पर चल कर ही जीवन के तीन आवश्यक अंग धर्म काम और मोछ को पाया जा सकता हैं क्योंकि इन तीनों की प्राप्ति का मूल आधार स्वास्थ्य काया ही है।

इस दौरान  पंकज कानोडिया ने कहा कि बैद्यनाथ की आयुर्वेदिक दवाए पूर्ण रूप से स्वदेशी है और जो स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से नीरज कनोडिया, कृपा शंकर, रवीन्द्र नाथ सिंह, सुयश, संस्कार , विमल अग्रवाल, हरिनंदन त्रिपाठी, डा इंद्र सेन सिंह व डॉ एजाज आदि लोग उपस्थित रहे।

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