अमित मिश्रा
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जिला कारागार में पुरुष एवं महिला बंदियों को हार्टफुलनेस ध्यान कराया गया। हार्टफुलनेस यान के इस सत्र से बंदियों ने थोड़े समय में ही आंतरिक शांति का अनुभव किया। हार्टफुलनेस ट्रेनर द्वारा बंदियों को बताया गया कि ईश्वर सर्वव्यापी, सर्वशक्तिमान एवं अंतर्यामी है। ईश्वर के लिए हम इन शब्दों का प्रयोग करते हैं सुनते हैं लेकिन हमने अभी तक इसका अनुभव नहीं किया। हार्टफुलनेस ध्यान से हम ईश्वरीय तत्व का पहले अनुभव कर लेते और इस अनुभव से ही हमें ईश्वर के प्रति आस्था उत्पन्न हो जाती है। धर्म और आध्यात्मिकता में सिर्फ इतना ही फर्क है।
जिन्होंने हार्टफुलनेस ध्यान का अनुभव किया है, उन्हें आंतरिक तुरंत महसूस होता है। आंतरिक शांति से विश्व शांति तभी स्थापित हो सकती है जब घर-घर में लोग हार्टफूलनेस ध्यान करेंगे।
हार्टफुलनेस ट्रेनर-गोपाल के साथ वालंटियर के रूप में डॉक्टर वैभव शर्मा और अचला द्वारा यह कार्यक्रम संपन्न किया गया।