अमित मिश्रा
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में विकास खण्ड चतरा के ग्राम अमिलियां में चल रहे श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन सुदूर गाँवो से भक्तों के आने का क्रम जारी रहा। यज्ञ में आये भक्तो ने परिक्रमा किया गया। वही कथा के दौरान ऋषिकेश से पधारे संत स्वामी हरिदास महाराज नें कृष्ण और सुदामा की मित्रता का विस्तृत वर्णन किया।
स्वामी हरिदास बताया कि श्रीकृष्ण ने गरीब सुदामा से मित्रता की क्योंकि सुदामा के जीवन में भगवत प्रेम था। सुदामा के जीवन में सच्चाई और सरलता थी। सुदामा के चरित्र से मानव को यह सन्देश मिलता है कि अगर हमारे जीवन में भी प्रेम, सत्य और सरलता है तो भगवान मिल जाते हैं।
इसी दौरान स्वामी जी द्वारा परीक्षित मोक्ष की भी कथा सुनाकर कथा को विश्राम दिया और यज्ञ मण्डप भक्तों जयकारे से गुंजायमान रहा। यज्ञ के यजमान अवधेश नारायण शुक्ल ने अपने सम्बोधन में यज्ञ को पूर्णता देने वाले आचार्यगण, समर्पित भाव से कथा सुनने वाले भक्तगण,समर्पित भाव से लगे कार्यकर्त्तागण, सनातन धर्म को समाचार पत्र के माध्यम से प्रसार करने वाले पत्रकार बंधु के प्रति आभार व्यक्त कर सोमवार को यज्ञ के भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने का आग्रह किया।
इस दौरान मुरलीधरशुक्ल,अशोक शुक्ल, विनोद कुमार शुक्ल, कामला कांत पाण्डेय, विनोद पाठक, शारदा देव, रामप्रसाद कुशवाहा, रासबिहारी पाठक, संदीप तिवारी, सुधेन्दूभूषण शुक्ल, रमाकांत देव पाण्डेय आदि की उपस्थिति रहे।