मानव बुद्धजीवी होते हुए भी प्रकृति को प्रदूषित कर रहा: डॉ अश्वनी कुमार

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अमित मिश्रा

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला सर्विलान्स अधिकारी की अध्यक्षता में एक गोष्ठी  का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का शुभारम्भ डा० प्रेमनाथ, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा प्लास्टिक से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण पर प्रकाश डाला गया।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के थैले का प्रयोग करें, जिससे प्रदूषण नियंत्रण हो सके। मिट्टी में प्लास्टिक के प्रयोग से मृदाक्षरण हो रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्लेसियर पिघल रहे हैं। ग्लोबल वार्मिंग का दुष्प्रभाव किसी न किसी रूप में पृथ्वी, जीव-जन्तुओं एवं मनुष्य पर पड़ रहा है। इको सिस्टम असन्तुलित हो गया है। पर्यावरण का बचाव करना चाहिए ताकि भावी पीढ़ियों को इसका लाभ प्राप्त हो सके।

उन्होनें जल संस्क्षण एवं ऊर्जा संरक्षण का तरीका अपनाने पर विशेष प्रकाश डालते हुए ऊर्जा की बचत के लिए एलईडी बल्ब का प्रयोग किये जाने को बताया। उन्होनें यह भी संदेश दिया कि हर व्यक्ति एक पेड़ अपने माँ के नाम पर लगाकर उसका देखभाल करें।।सीएमओ ने कहा कि मानव बुद्धिमान होते हुए भी प्रकृति को प्रदूषित कर रहा है। जनपद की जीवनदायिनी बेलन नदी को पुनर्जिवित किये जाने का प्रयास किया जाना चाहिए।

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वायु प्रदूषण जनपद में सबसे अधिक पाये जात है। जनपद में स्थापित कोल्ड इण्डस्ट्रीज से उत्सर्जित राख को यहाँ के जलस्त्रोतों में बहा दिया जाता है, जिससे पानी प्रदूषित हो जाता है, जिससे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोग गम्भीर बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। उनके द्वारा आगे बताया गया कि प्लास्टिक मुक्त भारत से मलेरिया मुक्त भारत का सपना पूरा किया जा सकता है। प्लास्टिक बर्तनों में पानी का जमाव न होने दे।

प्रतियोगिता में साईं नर्सिंग कालेज के 06 बच्चों द्वारा पर्यावरण दिवस पर स्पीच दिया गया, जिसमें प्रथम स्थान पर विपिन कुमार, साबना तिवारी द्वितीय व खुशबू मौर्या तृतीय श्रेणी प्राप्त की, जिन्हें पुरस्कार प्रदान किया गया साथ ही राजनन्दिनी, श्रेया व अन्नपूर्णा को सात्वानां पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

डा० पीके राय अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर चर्चा कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

उक्त गोष्ठी कार्यक्रम में कार्यक्रम में डा० गुलाब शंकर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के साथ ही डा० किर्ती आजाद बिन्द, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, आशीष कुमार, चक्रवर्ती सिंह व रोहित वर्मा एआरओ, शुभम व रवि प्रकाश श्रीवास्तव, राहुल कनौजिया, सौरभ सिंह, राजेश सिंह सहायक मलेरिया अधिकारी व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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