करोड़ों के बने पुल पर राजनीति गरमाई, अधिकारियों पर सरकार को बदनाम करने का भाजपा नेता ने लगाया आरोप

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अमित मिश्रा

O- सोन नदी पर बने पुल को लेकर सरकार और अफसरों पर आरोपों की जंग तेज़

O- भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. धर्मवीर तिवारी ने अधिकारियों पर लगाया आरोप

सोनभद्र । सोन नदी पर हाल ही में निर्मित पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दिए जाने को लेकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. धर्मवीर तिवारी ने सरगर्म राजनीतिक आरोप लगाए हैं। उन्होंने खनन विभाग और राज्य लोक निर्माण विभाग (PWD) पर मिलकर सरकार को बदनाम करने की साजिश रचने का दावा किया है।

डॉ. तिवारी के अनुसार, करोड़ों रुपये की लागत से बने इस पुल पर अचानक ही महानगरों से गुजरने वाले ट्रकों और बसों को रोका गया, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, खासकर विवाह, मंदिर यात्राओं और अन्य सामाजिक आयोजनों में। आम जनता अब न्याय का इंतजार कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रशासनिक “दूरदर्शिता” की नहीं, बल्कि जानबूझ कर की जाने वाली मनमानी है। उनका मानना है कि यह एक सुव्यवस्थित रणनीति है, जिसका मकसद भाजपा सरकार की साख को खंडित करना है। उन्होंने इस पूरी घटना की गहन जांच और आरोपित अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

डॉ. तिवारी ने स्पष्ट शब्दों में पूछा “इस साज़िश के पीछे किसका हाथ है, और किसको फ़ायदा हो रहा है?” इस सवाल ने राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है और सभी की निगाह उस पक्ष की ओर है जो इस विवाद पर अपना पक्ष रखा है।

वहीं जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, हालांकि मंत्रालय और संबंधित विभागों से इस विषय पर स्पष्टीकरण की उम्मीद की जा रही है।

इस विवाद का अंतिम फैसला किसके हाथ में रहेगा? क्या स्थानीय प्रशासन जांच कर पाएगा खुलासा, या राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में यह मामला तूल पकड़ता चला जाएगा? सोनभद्र की जनता इन सवालों का जवाब जानना चाहती है।

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