विशेष रिपोर्ट
200 वर्षों तक नहीं पड़ेगी जीवाश्म ईंधन की जरूरत
नई दिल्ली। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी खोज की है जो दुनिया भर में ऊर्जा संकट को दूर कर सकती है। धरती की सतह के नीचे करीब 6.3 लाख करोड़ टन हाइड्रोजन मौजूद है, जो कि धरती पर मौजूद तेल से 26 गुना ज्यादा है।
हाइड्रोजन: क्लीन एनर्जी का सबसे बड़ा सोर्स
USGS के पेट्रोलियम जियोकेमिस्ट ज्योफ्री एलिस ने कहा कि हाइड्रोजन भारी मात्रा में मौजूद है। यह क्लीन एनर्जी का सबसे बड़ा सोर्स है, खासतौर से इससे गाड़ियों को चलाने में फायदा है। यह बिजली पैदा कर सकता है।
200 वर्षों तक नहीं पड़ेगी जीवाश्म ईंधन की जरूरत
इतने बड़े हाइड्रोजन स्टॉक का मात्र 2 फीसदी हिस्सा यानी 124 करोड़ टन पूरी दुनिया को नेट जीरो उत्सर्जन तक ले जा सकता है। वह भी 200 वर्षों तक। यानी कहीं से कोई प्रदूषण नहीं। पूरी दुनिया को छुटकारा मिल जाएगा इससे।
हाइड्रोजन की खोज से दुनिया भर में ऊर्जा संकट को दूर करने में मदद मिलेगी
हाइड्रोजन की खोज से दुनिया भर में ऊर्जा संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। यह एक क्लीन और सुरक्षित ऊर्जा स्रोत है, जो दुनिया भर में ऊर्जा की मांग को पूरा करने में मदद कर सकता है।