अमित मिश्रा
पीड़ितों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर डीएम को नामित ज्ञापन सौप कर लगाई गुहार
सोनभद्र। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना को ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक पलीता लगा रहे है। आज नगवां विकास खण्ड के शिकारपुर के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर ग्राम सिकरवार के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व रोजगार सेवक के खिलाफ प्रधानमंत्री आवास के नाम पर पैसा लेने के आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों हीरा पुत्र गुलाब व राजकुमार पुत्र रामलगन निवासीगण ग्राम पंचायत सिकरवार, ग्राम शिकारपुर,ने बताया कि अनुसूचित जाति गरीब के मुसहर है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास का पैसा रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान ने मिलकर हड़प लिया है।
जिले की ग्राम पंचायत सिकरवार टोला शिकारपुर में भ्रष्ट रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान की मनमानी पर लाख कवायद के बाद भी अंकुश नहीं लग पा रहा है। ताजा मामला नगवा विकास खंड के शिकारपुर ग्राम पंचायत का है जहां कई लाभार्थियों के खाते से पैसा निकलवा कर प्रधान व रोजगार सेवक ने हड़प लिया, थक हार कर सभी लाभार्थी ब्लॉक प्रमुख के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे हैं। ब्लाक प्रमुख व अन्य जिम्मेदार लोग इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं किया गया जबकि पूर्व में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने सख्त हिदायत दे रखी थी की आवास का पैसा हड़पने वालों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।
जनपद की ग्राम पंचायत सिकरवार में रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान की मनमानी से तमाम विकास कार्य बाधित हो रहे है और उसमें लूट मची हुई है वहीं रोजगार सेवक व प्रधान की मिली भगत से प्रधानमंत्री आवास का पैसा भी हड़प्पा जा रहा है। नगवा विकासखंड के शिकारपुर ग्राम पंचायत में सर्वाधिक संख्या बनवासी जाति के मुशहरों की है संयोग से वनवासी प्रधान भी है। अनपढ़ व अशिक्षित होने की वजह से सर्वाधिक लाभ रोजगार सेवक उठा रहा है।
शिकारपुर ग्राम पंचायत के चार लोग प्रमुख के पास पहुंचे और उनका कहना था कि काफी समय पूर्व रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान ने मिलकर खाते से पैसा निकलवा कर ले लिया और कहा कि गिट्टी, बालू, सीमेंट, ईटा, सरिया सब कुछ हम लोग दिलवा कर आवास बनवा देंगे, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद अभी तक कुछ नहीं किए हैं।
ओमप्रकाश, राजकुमार व एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि रोजगार सेवक काफी दिन से पैसा लेकर टालमटोल कर रहे हैं। इन लोगों का कहना था कि रोजगार सेवक, ग्राम प्रधान के इस कार्यकाल में कई लाख रुपए का घपला किया है। मनरेगा समेत ग्राम पंचायत में होने वाले तमाम मदों में व्यापक रूप से लूट की गई है यदि जांच कराई जाए तो अपने आप इनकी पोल खुल जाएगी।
वहीं कुछ लाभार्थियों का कहना था कि यदि रोजगार सेवक (रोहित) की संपत्ति की जांच कराई जाए तो अपने आप पोल खुल जाएगी। इन लाभार्थियों का कहना था कि ग्राम प्रधान बनने के बाद प्रधान की संपत्ति में भी काफी इजाफा हुआ है, नया ट्रैक्टर मोटर साइकिल सब कुछ प्रधान ने कर लिया है।
वही ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि इस मामले की जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। हालांकि जनपद में जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने पूर्व में ही निर्देश जारी कर रखा है की प्रधानमंत्री आवास का पैसा हड़पने वालों के खिलाफ या घूस लेने वालों के खिलाफ उनके ऊपर कारवाई कर उन्हें जेल भेजा जाएगा, लेकिन इस निर्देश का कही अनुपालन दिखाई नहीं दे रहा, तमाम ग्राम पंचायत में आवास के नाम पर पैसा लेने की होड़ मची हुई है।
वही पीड़ितों ने गुहार लगाया कि रोजगार सेवक व ग्राम प्रधान के भ्रष्टाचार की जाँच कराते हुए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास का पैसा दिलाया जाय।
वही इस मामले में डीपीआरओ नमिता शरण ने गंभीरता दिखाते हुए टीम गठित कर जांच करने को निर्देशित किया और सत्यता पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।