उप जिलाधिकारी नौगढ़ ने अवैध क्लीनिक किया था सीज। दबंगों ने तोड़ा ताला और चला रहे क्लीनिक।
नौगढ़ (चंदौली)। तहसील में एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है क्या प्रशासन दबंगों और झोलाछाप डॉक्टरों के आगे लाचार है? एक अस्पताल संचालक ने ताला तोड़कर संचालन शुरू कर दिया, जो न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि प्रशासन को खुली चुनौती भी है। आपको बता दे की चार नवंबर को एसडीएम कुंदन राज कपूर के आदेश पर बंद कराया गया मझगावां पुलिया के पास स्थित जन सहायक पाली क्लीनिक, महज 23 दिनों में ताले तोड़कर बिना अनुमति और मानकों के फिर से खुल गया।
यह घटना दर्शाती है कि दबंग और झोलाछाप डॉक्टरों के आगे प्रशासन की कार्रवाई केवल दिखावे की है। आम जनता कानून के डर से घुटनों के बल चलती है, लेकिन दबंग खुलेआम प्रशासन के आदेशों को रौंद रहे हैं।
लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या प्रशासन केवल कमजोर और गरीबों पर ही सख्ती दिखाने के लिए है? क्या दबंगों और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई केवल फाइलों तक ही सीमित रहेगी? क्या झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?