विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को समन्वय बना कर बनाये सफल: जिलाधिकारी

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अमित मिश्रा

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए आज प्रथम चरण के प्रथम अर्न्तविभागीय समन्वय बैठक की गयी। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष संचारी अभियान 01 अप्रैल से 30 अप्रैल तक तथा दस्तक अभियान 10 अप्रैल  से 30 अप्रैल तक चलाया जाना है, इसके लिए सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाये।

संचारी अभियान के अन्तर्गत समस्त विभागों द्वारा जनजागरूकता के माध्यम से लोगों को संक्रामक रोगों से बचाव के उपाय तथा बुखार आने पर क्या करें क्या ना करें तथा हीट वेव से बचने के उपाय का प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाये, जिसके लिए ग्राम प्रधान व सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारीगण आपसी समन्वय स्थापित करते हुए पूरी क्षमता के साथ लगकर इस अभियान को सफल बनायें।


 इस अभियान में सभी ग्राम प्रधानगण का सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा है, जिससे लोग जागरूक होने के साथ ही इस अभियान का लाभ उठा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि दस्तक अभियान के दौरान आशा, ऑगनबाड़ियों के द्वारा गृह भ्रमण कर बुखार, क्षय, कुष्ठ, फाइलेरिया इत्यादि के रोगियों की लाइन लिस्टिंग की जायेगी साथ ही कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण कर पोषाहार उपलब्ध कराया जायेगा तथा आवश्यकता अनुसार एन०आर०सी० सन्दर्भन का कार्य किया जायेगा।

जिलाधिकारी ने ग्राम विकास विभाग/नगर विकास विभाग को निर्देशित किया कि माइकोप्लान के अनुसार ग्रामीण/शहरीय क्षेत्रों में अपनी गतिविधि पूर्ण करंे तथा रोस्टर वाइज एन्टीलार्वा, फागिंग, झाड़ियों की कटाई, नालियों की सफाई, इण्डिया मार्का-2 हैण्डपम्प का चिन्हिकरण, प्लेटफार्म मरम्मत इत्यादि कार्य किया जाये एवं स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।

स्वास्थ्य विभाग हीट वेव से बचाव हेतु जनपद के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोल्ड रूम की व्यवस्था की जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि ओआरएस एवं अन्य आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे।

शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि बच्चों को प्रार्थना सभा में डेंगू, मलेरिया एवं अन्य संक्रामक रोगों के विषय में जागरूक किया जाये तथा साफ सफाई, फुल बांह की यूनिफार्म पहने हेतु एवं हाथ धोने के तरीके इत्यादि विषय में जानकारी दी जाये। मानीटरिंग एजेन्सियों को निर्देशित किया गया कि पर्यवेक्षण के समय गाँवों में ग्राम प्रधान से अवश्य मिले तथा माइकोप्लान के अनुसार पर्यवेक्षण के कार्य में अपना सहयोग अवश्य करें।

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