Search
Close this search box.

प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत की हुई शुरूआत, पकरहट में 83 किलो प्लास्टिक हुआ कलेक्शन

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

अमित मिश्रा

पकरहट गांव में अपने-अपने घरों के बाहर के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर भी बोरी टांगने का लिया ग्रामीणों ने निर्णय

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत के लिए चयनित 61 ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान, पंचायत सहायक एवं सफाई कर्मियों को प्रशिक्षण देने के उपरांत गांव में बैठक कर लोगों को जागरूक करने एवं गांव में पूर्व से बिखरे हुए प्लास्टिक को इकट्ठा करने का आज शुभारम्भ चतरा ब्लाक के पकरहट ग्राम से हुआ।

प्लास्टिक मुक्त पंचायत अभियान के शुभारम्भ होते ही इसकाका परिणाम भी धीरे धीरे धरातल पर उतरना शुरू हो गया है। आज विकास खंड चतरा के ग्राम पंचायत पकरहट में सहायक विकास अधिकारी पंचायत चतरा कौशलेंद्र विक्रम सिंह एवं जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन अनिल केशरी के द्वारा ग्राम प्रधान पंकज सिंह की उपस्थिति में आज सुबह 6:30 बजे गांव को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए बैठक का आयोजन किया गया।

इस बैठक में ग्रामीणों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया कि जो प्लास्टिक का प्रयोग हम करते हैं, उसको वह बाहर फेंक देते हैं जिससे वही प्लास्टिक नालियों में जाम , तालाब में जमा हो कर जल श्रोत को खराब कर रहा है।

खेतों में पड़े प्लास्टिक धीरे धीरे  मिट्टी में बैठ जाता है और इस तरह प्लास्टिक की सतह बैठने लगती है जिससे की मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। मिट्टी में प्लास्टिक की परत दर परत बैठने से बरसात का पानी भी जमीन में नहीं पहुंच पाता है, जिससे वाटर रिचार्ज में भी समस्या हो रही है। जो प्लास्टिक हम बाहर फेंकते है उसमें खाद्य सामग्री होने पर उसको मवेशियों या अन्य जानवर भी खा रहे हैं जिससे वह असामयिक मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं।

गांव में प्लास्टिक हमारे कूड़े के रूप में बिखरा हुआ सबसे अधिक कूड़ा है इसलिए प्लास्टिक का प्रयोग कम करें तथा जो प्लास्टिक का प्रयोग कर रहे हैं, तथा गुटका या अन्य पान मसाला के जो रैपर खाने के बाद फेंक रहे हैं उसको घर के पास एक बोरी टांग कर उसमें रखें।

ग्रामीणों द्वारा प्लास्टिक कलेक्शन के लिए बोरी लगाने के लिए खुद अपने घर से एक एक बोरी देने के साथ इसे लगाने में सहयोग करने तथा अपने गांव को प्लास्टिक मुक्त किए जाने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया। वही दो चरणों में इस ग्राम पंचायत में 83 किलो प्लास्टिक इकट्ठा कर आरआरसी पर इकट्ठा किया गया तथा तत्काल मुख्य बस्ती में सभी घर के लोगों द्वारा अपने अपने घरों के बाहर बोरिया टांगी गई।

बैठक में ग्राम प्रधान तथा गांव के लोगों द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि सार्वजनिक स्थानों पर भी बोरी टांगी जाएगी जिससे कि लोग प्लास्टिक, चिप्स के रैपर, गुटका के रैपर उस बोरी में रख सकें। ग्राम प्रधान द्वारा सभी सार्वजनिक जगहों पर बोरी लगाने का निर्णय लिया। ग्राम में चट्टी पर दुकानों पर डस्ट बिन रखने का निर्णय लिया गया जिससे गांव में कूड़ा और प्लास्टिक न फैले।

प्लास्टिक के लिए इतनी सुबह बैठक में ग्रामीणों की मौजूदगी से अच्छी परिचर्चा भी शुरू हुई कि इस तरह से सुबह बैठक हो तो लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सके ।

बैठक में ग्राम प्रधान पंकज सिंह, खण्ड प्रेरक आलोक पाण्डेय, पंचायत सहायक अखिलेश यादव, रोजगार सेवक संजय सिंह, कोटेदार, सफाई कर्मी तथा बड़ी संख्या में गांव के लोग उपस्थित रहे।

Leave a Comment

363
वोट करें

भारत की राजधानी क्या है?

News Express Bharat