श्रीराम कथा के दूसरे दिन शिव पार्वती विवाह का हुआ वर्ण

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अमित मिश्रा

सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में चतरा विकास खण्ड के जलखोरी ग्राम में हनुमान मंदिर पर चल रहे मानस यज्ञ एवं श्रीराम कथा के द्वितीय दिवस पर विधिवत पूजन एवं विद्वान पंडितों द्वारा पारायण किया गया तथा सायं काल श्रीराम कथा, कथा वाचीका मानस माधुरी सुनीता पाण्डेय द्वारा शिव पार्वती विवाह एवं मनु शतरूपा के तप की कथा का वर्णन किया गया।

उन्होंने कहा कि माता सती का पुनर्जन्म महाराज हिमालय के यहां पार्वती के रूप में हुआ और काफी तप के बाद माता पार्वती का विवाह भूत भावन महादेव के साथ संपन्न हुआ। मनु एवं सतरूपा द्वारा घोर तप करके भगवान विष्णु को प्रसन्न किया गया और उनसे उनके समान ही पुत्र का वर मांगा गया। परम ब्रह्म द्वारा वर देने के उपरांत महाराज मनु एवं शतरूपा का पुनर्जन्म राजा दशरथ एवं माता कौशल्या के रूप में होता है। महाराज दशरथ को चौथे पन में भगवान श्रीराम के रूप में परम ब्रह्म भगवान विष्णु का अवतार होता है।

इस अवसर पर केके द्विवेदी, जितेंद्र सिंह, रामप्रसाद, सुभाष पाठक, वीरेंद्र पटेल, महेंद्र पटेल, रामकुमार पटेल, राजकुमार सिंह, गोविंद पटेल समेत सैकड़ो भक्त उपस्थित रहे।

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