महर्षि बाल्मीकि सेवा संस्थान में संस्कार शाला की आचार्या बहनों का मासिक अभ्यास वर्ग सम्पन्न

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संवाददाता कौस्तुम केशरी “लकी”

नौगढ़ (चंदौली) । महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान में 29 सितंबर 2024 को संस्कार शाला की आचार्या बहनों का मासिक अभ्यास वर्ग आयोजित किया गया। संस्कार शाला एवं सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की सभी आचार्या बहनों ने इस अभ्यास वर्ग में भाग लिया। इस वर्ग का उद्देश्य आचार्या बहनों को शिक्षा, प्रशिक्षण और आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करना था।

विशेषज्ञों ने आचार्या बहनों को उनके कौशल को विकसित करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया।

इस अवसर पर संस्थान के व्यवस्थापक प्रमुख श्री सुरेश सिंह जी, श्री देवेंद्र साहनी जी, अधीक्षक श्री दिवाकर मिश्र जी, पूर्ण कालिक कार्यकर्ता श्री विजेंद्र कुमार जी, श्री राम बृक्ष कोल जी, श्री अभिषेक कुमार देव पांडे जी और राजाराम जी उपस्थित रहे।

विश्व हिंदू परिषद द्वारा संचालित महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान द्वारा प्रदान की जाने वाली शिक्षा के तीन प्रमुख प्रकार हैं।

शिक्षा : यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है, जिससे समाज के वंचित वर्गों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सके।
स्वास्थ्य : स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से संस्थान सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार लाने का प्रयास कर रहा है।
स्वावलंबन: स्वावलंबन कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थान लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रहा है, जिससे वे अपने जीवन को सुधार सकें।

महर्षि वाल्मीकि सेवा संस्थान के मार्गदर्शक संस्थापक और उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के क्षेत्र सेवा प्रमुख, राधेश्याम द्विवेदी जी ने घोषणा की है कि नौगढ़ ब्लाक के सभी गांवों में संस्कारशाला और सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा ।

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