



अमित मिश्रा
घोरावल (सोनभद्र) । घोरावल कोतवाली अंतर्गत औराहीं गाँव की बस्ती में मंगलवार की दोपहर तब तनाव की स्थिति पैदा हो गई, जब शराब की दुकान खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई। शराब ठेके का काम शुरू होने की सूचना मिलते ही स्थानीय महिलाएँ तथा कुछ युवक मौके पर पहुंच गए और विरोध जताया।
पति–पत्नी मस्ताराम की जमानत-पूर्व में रहने वाली चंगुली देवी ने इस दौरान सबसे ज़्यादा संघर्ष किया। जब महिलाओं के संग कुछ युवक भी सड़क पर खड़े होकर विरोध करने लगे, तो ठेकेदार ने कार्रवाई में पुलिस की मदद ली। पुलिस के कुछ सदस्यों ने विरोध जताने वालों पर फोर्स प्रयोग कर उन्हें दुकान से हटाने की कोशिश की। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।

पुलिस–ग्रामीणों के बीच बढ़ती तनातनी ने औराहीं की महिलाओं को भड़काया। वे झड़प के बीच मैदान में उतर आईं। विवाद के दौरान चंगुली देवी घायल हो गईं, जिन्हें स्थानीय लोगों ने तुरंत एम्बुलेंस से शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। वहाँ उनका प्राथमिक उपचार चल रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह दुकान गाँव की बस्ती में कई बार बिना अनुमति खोलने की कोशिश कर चुकी है, और अब तक पुलिस व जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उनका कहना है कि यदि यह दुकान खुल गई, तो इससे महिलाओं का सामान्य आवागमन मुश्किल हो जाएगा और नशाखोरी विशेषकर युवाओं में बढ़ने लगेगी। कुछ निवासियों ने तो यह तक कहा कि “पुलिस की उदासीनता और प्रशासन की लापरवाही के कारण यहाँ हीरोइन–गांजे जैसी घातक ड्रग्स भी आसानी से मिल रही हैं, जो सभी की चिंताएं बढ़ा रही है।”

इस मामले में ठेकेदार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, जबकि स्थानीय प्रशासन के अधिकारीयों से जल्द होने की मांग की जा रही है। ग्रामीणों और महिलाओं को उम्मीद है कि जल्द ही ठेकेदार की इस प्रक्रिया को रोकने और शांति बहाल करने के लिए प्रशासन उचित कदम उठाएगा, अन्यथा यह विवाद और गंभीर रूप ले सकता है।