अमित मिश्रा
मुख्यमंत्री के विकास प्राथमिकता वाली योजनाओं की जिलाधिकारी ने सीएमवडैशबोर्ड के माध्यम से की समीक्षा
यूपीपीसीएल और लैकफेड के अधिशाषी अभियन्ता को स्पष्टीकरण, जेई व एई को प्रतिकूल प्रविष्टि
निर्धारित,समयावधि में निर्माण कार्य को पारदर्शिता, गुणवत्ता पूर्ण तरीके से किया जाये पूर्ण- जिलाधिकारी
सोनभद्र। शासन की विकास प्राथमिकता वाली योजनाओं की बिन्दुवार सीएम डैशबोर्ड पर कार्यों की प्रगति की समीक्षा आज जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में किया। उन्होंने शासन के निर्देश के क्रम में महत्वपूर्ण योजनाओं, परियोजनाओं, सेवाओं की सम्बन्धित अधिकारियों से सीएम डैशबोर्ड पर उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर बारी-बारी से समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से सड़कों के निर्माण, अनुरक्षण आदि के कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा किये तो यह तथ्य सामने आया कि अधिशासी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड सड़कों के निर्माण की प्रगति धीमी है, जिस पर जिलाधिकारी ने सड़क के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दियें। इसी प्रकार से निर्माण कार्यों की समीक्षा जिलाधिकारी ने की, तो यह तथ्य संज्ञान में आया कि प्रोजेक्ट अलंकार योजना के अनर्तगत माध्यमिक विद्यालयों में भवन निर्माण की प्रगति धीमी पायी गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने लैकफेड एवं यूपीपीसीएल के अधिशाषी अभियंता को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश, जेई एवं एई को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दियें।
जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए पाया कि शहरी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की खराब प्रगति में सुधार लाने के निर्देश दियें। इस दौरान जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि पेंशन योजनाओं से सम्बन्धित कैम्प ग्रामीण क्षेत्रों में रोस्टर बनाकर लगाया जाये और इसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये, जिससे कि कैम्प में अधिक से अधिक लाभार्थी उपस्थित होकर योजना से लाभान्वित हो सके।
जिलाधिकारी ने पशुधन विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि अण्डा उत्पादन को और बढ़ाया जाये, ग्रामीण स्तर पर भी समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित कर इस कार्य में लगाया जाये, जिससे रोजगार के साथ ही अधिकाधिक अण्डा का उत्पादन हो सके और वे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सके। उन्होंने कहा कि जनपद में मनरेगा योजना के अन्तर्गत जो भी तालाब बनाये गये हैं, वहां पर अनिवार्य रूप से बोर्ड स्थापित कर दिये गये हैं।
इस दौरान उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गोवंश आश्रय स्थल में रह रहे पशुओं के चारे की खरीद हेतु जो भी धनराशि आवंटित हुए हैं, उसे धनराशि को सम्बन्धित ग्राम सभाओं व शहरी क्षेत्रों में भेज दिया जाये।
इस दौरान उन्होंने प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि निराश्रित महिला पेंशन के लाभार्थियों के आधार फीडिंग का कार्य प्राथमिकता पर करा लिये जाये और कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों हेतु ससमय निस्तारित कर दिया जाये।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि लाभार्थीपरक योजनाओं से पात्र लोगों को लाभान्वित किया जाये। निर्माण कार्य को निर्धारित समय में पूरा किया जाये, निर्धारित लक्ष्य के अनुसार गुणवत्ता के साथ अधूरे कार्याें को पूर्ण किया, अन्यथा की स्थिति में जिस स्तर से कमी पायी जायेगी उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए उच्च स्तर पर पत्राचार भी किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि जिन विभाग की प्रगति बी , सी व डी ग्रेड में है, उनसे सम्बन्धित अधिकारियों को स्पष्टीकरण जारी किया जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री सौरभ गंगवार, जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुकुल आनन्द पाण्डेय, डीसी मनरेगा रविन्द्र वीर सिंह, पीडी आरएस मौर्या, जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।