विशाल गुप्ता
बीजपुर (सोनभद्र)। एनटीपीसी रिहंद परियोजना के राख परिवहन में मिले भ्रष्टाचार के बाद प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कदम ना उठाने से भ्रष्टाचार में संलिप्त आरोपियों के हौसले बुलंद है।जिन चार गाड़ियों को भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया गया था वह गाड़ियां आज भी राख परिवहन में लगी हुई है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राघवेंद्र नारायण सिंह ने एनटीपीसी और एनएचएआई के कुछ कर्मियों पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वारा राख की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए एक अच्छी पहल की गई थी पर यह पहल भी कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के चलते निजी स्वार्थ की भेंट चढ़ गई है उन्होंने आगे कहा कि इतने बड़े भ्रष्टाचार के खेल का खुलासा होने के बाद भी प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाना कहीं ना कहीं प्रबंधन की भूमिका पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
उन्होंने कहा कि इस राख लोडिंग और परिवहन के खेल में संलिप्त लोगों की संपत्ति की भी उचित जांच ईडी से कराई जानी चाहिए आखिर कुछ वर्षों में ही इस व्यापार में लगे लोग करोड़ों की चल अचल संपत्ति के स्वामी कैसे बनते जा रहे हैं इस खेल में शामिल लोगों के पास महंगी गाड़ियों का जखीरा आलीशान बंगले करोड़ों की संपत्ति दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है इसकी भी अगर उचित जांच की जाए तो कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे।
विदित हो कि राख परिवहन में घोटाले का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले शक्तिनगर में भी यह मामला काफी तूल पकड़ा था पर उच्च स्तरीय जांच के बाद भी मामले में लीपापोती कर दी गई थी।कुछ दिन पहले बीजपुर में भी राख परिवहन में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला पकड़ में आया था मामला तुल पकड़ने के बाद प्रबंधन में काफी हंगामा मचा था पर पहले की तरह ही मामला ठंडा पड़ गया ।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सहित स्थानीय लोगों ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए बताया कि इस भ्र्ष्टाचार को तत्काल रोकने के लिए एनटीपीसी प्रबंधन गाड़ियों की जांच हेतु सीआईएसएफ तैनात करे और जीपीएस सॉफ्टवेयर के जरिए गाड़ियों की लोडिंग अनलोडिंग की निगरानी करें तभी यह खेल रुक सकता है।