



अमित मिश्रा
डीसीपीएम चतरा को फाइलेरिया मुक्ति अभियान में कमी को लेकर दी चेतावनी
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की समीक्षा जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में किया और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के लक्ष्य को निर्धारित समय में पूर्ण करने और फाईलेरिया मुक्ति अभियान के लक्ष्य में कमी मिलने पर चतरा के डीसीपीएम को चेतावनी जारी करने के का निर्देश जिलाधिकारी ने सीएमओ को दिया।
बैठक में जिलाधिकारी
बीएन सिंह ने निर्माण कार्यों का अनुश्रवण और निर्मित कार्यों का वास्तविक उपयोग, विभिन्न स्वास्थ्य इकाईयों में ईडीएल के मानक के अनुसार दवाई दवाईयों की उपलब्धता, एनएचएम
के तहत संविदा चिकित्सकों की तैनाती की स्थिति, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, नियमित टीकाकरण, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, रोगी कल्याण समिति की बैठकों की स्थिति, एम्बुलेंस सेवाएं, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन आदि बिन्दुओं की बारी-बारी से गहनता से समीक्षा की गयी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्याें की समीक्षा की, तो आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति काफी धीमी पायी गयी और आयुष्मान कार्ड के नोडल अधिकारी बिना सूचना के बैठक में अनुपस्थित मिले, जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने वेतन भुगातन के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दियें।
उन्होंने कहा कि जनपद में संचालित चिकित्सालयों का निरीक्षण कर भौतिक सत्यापन कराया जाये, सत्यापन में अगर बिना रजिस्टर्ड
व अवैध रूप से संचालित चिकित्सालय पाया जाता है, तो सत्यता की जॉच कराते हुए सम्बन्धित के खिलाफ विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
जिले में ऐसे चिकित्सालय जो पूर्व में बिना रजिस्टर्ड
व अवैध रूप से संचालित होते पकड़े गये हों और निर्देश के बाद भी संचालित हैं, तो उनकी सूची उपलब्ध कराते हुए विधिक कार्यवाही करने के साथ ही जिम्मेदार सम्बन्धित के खिलाफ एफआईआर भी कराया जाये।
बैठक के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि कुछ मेडिकल पर मेडिकल स्टोर के आड़ में प्रैक्टिस किया जा रहा है और बिना रजिस्ट्रेशन के पैथालाजी का भी संचालन किया जा रहा था, जो पूर्णतया अवैध है। ऐसे पैथालाजी व मेडिकल स्टोर का स्थलीय सत्यापन करते हुए विधिक कार्यवाही करने के साथ ही नोटिस जारी किया जाये।
नेत्र
इलाज के निर्धारित लक्ष्य 700 के सापेक्ष 3 नेत्र सर्जन द्वारा कुल 516 मरीजों का ही
इलाज हो पाया था, जो लक्ष्य से काफी कम है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस को निर्देशित किया गया कि सम्बन्धित नेत्र सर्जन के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी करते हुए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप प्रगति में तेजी लाया जायें।
समीक्षा के दौरान निजी चिकित्सालयों के नोडल अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि प्राइवेट चिकित्सालयों का रोस्टर बनाकर निरीक्षण किया जाये और उसकी मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये जिन अस्पतालांे में मौके पर डाक्टर उपलब्ध न हो उनके विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। जिलाधिकारी ने फाईलेरिया मुक्ति अभियान के प्रगति धीमी पाये जाने पर चतरा के डीसीपीएम को चेतावनी जारी करने के निर्देश दियें।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में 01 से 19 तक के नागरिकों एल्बेन्डाजॉल का टैबलेट खिलाया जा रहा है, जो पेट में उत्पन्न होने वाले कीड़े को मारता है, कीड़े के मरने के बाद शरीर को स्वस्थ्य व रोग मुक्त बनाये रखने में मदद करता है। एल्बेन्डाजॉल दवा अब तक जनपद के हजारों लोगों को खिलाया जा चुका है, इस दवा केे प्रयोग से किसी प्रकार की कोई समस्या हमारे शरीर पर नहीं पड़ता है, इसलिए 01 से 19 वर्ष तक के सभी नागरिक चुसकर खाने वाली एल्बेन्डाजॉल दवा का प्रयोग अवश्य करें, जिससे हमारे में पेट में उत्पन्न होने वाले कीड़े कष्ट हों सकें और हमारे स्वास्थ्य बेहतर रूप से विकास कर सकें।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी गर्भवती महिला की मृत्यु हो जाती है तो उसकी सूचना जिस व्यक्ति के द्वारा सम्बन्धित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या किसी के माध्यम से दिये जाने पर एक हजार रूपये का प्रोत्साहन सम्बन्धित को उपलब्ध कराये जाने का प्राविधान किया गया है।
वही जिलाधिकारी ने कहा कि जिन एनआरसी
सेन्टर में चिकित्सक का अभाव है, वहां पर एनएचएम के अधीन नियुक्ति सम्बन्धित से कार्य कराया जाये, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की समस्या न होने पायें। ट्रामा सेन्टर के संचालन के लिए सीएमओ, सीएमएस
और मेडिकल कालेज के प्रिन्सिपल आपसी समन्वय के साथ बैठक कर, कार्ययोजना तैयार करते हुए संचालन शुरू कराया जाये।
उन्होने कहा कि जिला चिकित्सालय समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्दों पर मरीजो को दवा अस्पताल परिसर से उपलब्ध करायी जाये बाहर की दवा मरीजों को न लिखी जायें, उन्होने कहा कि जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र से सम्बन्धित रिपोर्ट अधिशासी अधिकारी नगर पालिका
व नगर पंचायत और जिला पंचायत राज अधिकारी समय से जारी कराना सुनिश्चित करें।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 अश्वनी कुमार, एसीएमओ, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थिता रहें।