जीजा ने साले व साली को खरीददारी के लिए बुलाया सूरत, कर दी हत्या, सास गम्भीर रूप से घायल

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अभय त्रिपाठी

साली से स्वयं शादी  करना चाहता था जीजा

गुजरात पुलिस ने आरोपी जीजा को किया गिरफ्तार


सोरांव के बढईया गांव का मामला, मां जख्मी

प्रयागराज(उत्तर प्रदेश)। जनपद में एक दिल दहला देने वाली घटना गुजरात से आयी है जहां साली पर नजरें गड़ाए जीजा की इच्छा के विपरीत साले द्वारा कही और शादी की बात कहने पर उसने साले और साली दोनो की चाकू से गोदकर हत्या कर दी वही बीच बचाव कर करने आयी सास को भी चाकू से मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। यह पूरी घटना गुजरात के सूरत शहर में रह रहे जीजा ने अपने घर पर अंजाम दिया। वही आरोपी की ससुराल सोरांव के बढईया गांव में है। घटना को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गया जिसे गुजरात पुलिस ने दबोच लिया।

उक्त गांव निवासी अशोक कुमार और शकुंतला देवी की बड़ी बेटी स्वीटी का विवाह हंडिया बराउत निवासी संदीप गौड़ के साथ करीब नौ वर्ष पूर्व हुई थी। संदीप माता पिता व भाई समेत परिवार के साथ गुजरात के सूरत में बस गया। वहीं एक फैक्ट्री में काम करने लगा। इधर स्वीटी की छोटी बहन लाडो की शादी एक जगह तय हुई जो किन्ही कारणों से टूट गयी तो संदीप ने लाडो की शादी अपने छोटे भाई राहुल गौड़ से करा दी। दोनों बहने एक ही घर में खुशी से रहती थी। करीब तीन वर्ष पूर्व स्वीटी की सबसे छोटी बहन पढ़ लिखकर नौकरी के लिए सूरत अपनी बहन के यहां पहुंची तो उसकी खूबसूरती देख उसके जीजा संदीप ने उसके साथ भी शादी करने की इच्छा मन में सजा ली। संदीप ने उसे अपनी फैक्ट्री में नौकरी दिला दी।

बताते हैं  उसने बातों बातों में ममता से शादी का प्रस्ताव रखा जिससे नाराज होकर ममता नौकरी छोड़कर गांव वापस आ गई। इस बीच स्वीटी का छोटा भाई निश्चय की गुवाहाटी में स्टेनो की नौकरी लग गई। महाकुंभ में मायके आई स्वीटी ने अपने परिवार को पति संदीप की मंशा बताया और उसके बदले व्यवहार की भी जानकारी दी। इस मामले को लेकर ससुराल वालों ने दामाद संदीप से दूरी बना ली लेकिन कुछ दिनों पूर्व स्वीटी ने सूरत में जुड़वां बच्ची को जन्म दिया तो एक बार फिर बेटी व नातिन से मिलने की इच्छा अशोक और शकुन्तला में जाग उठी तो मेवे के लड्डू आदि बनाकर ले जाने को तैयार थे तभी संदीप ने फोनकर निश्चय और ममता को भी बुलवा लिया।

दरअसल निश्चय की शादी प्रतापगढ के थरवई में तय हुई थी जिसकी 29 नवम्बर को उसकी बारात जानी थी तो संदीप ने सस्ता कपड़ा दिलाने के बहाने ममता और निश्चय को सूरत बुलवा लिया। मां के साथ पहुंचे ममता और निश्चय ने खूब खरीदारी की। बताते हैं कि आठ अक्तुबर की शाम सभी संदीप के घर में मौजूद थे जहां निश्चय ने अपने बाद ममता की शादी की चर्चा करने लगा। संदीप को ममता की शादी कहीं और करने की बात नागवार गुजरी और उसने मत से स्वयं शादी की बात कही तो निश्चय और संदीप आपसे भिड़ गए। इस बीच संदीप ने चाकू से निश्चय पर कई वार कर दिए भाई पर हमला देख ममता ने विरोध किया तो संदीप ने उस पर भी हमला बोल दिया। बच्चों पर हमला देख मां शकुंतला ने विरोध किया तो उसको भी घायल कर मौके से फरार हो गया। घटना देख बहन स्वीटी ने शोर मचाया तो उसका देवर राहुल मौके पर पहुंचा। सभी को लहूलुहान देख उसने सबको अस्पताल पहुंचाया जहां ममता और निश्चय को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि शकुंतला देवी जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। शनिवार को दोनों का शव गांव बढईया पहुंचा तो हर ओर मातम पसर गया है।

पिता ने कहा सावधान रहना बेटा:- जब संदीप ने ससुराल फोनकर ममता को साथ भेजने को कहा तो निश्चय और ममता भांजी को देखने के लिए तैयार हो गए। पिता अशोक को खटक रहा था। लेकिन निश्चय ने पिता को आश्वस्त किया कि मां के साथ वह दोनों जा रहे हैं कोई समस्या नहीं है। हालांकि जाते जाते पिता ने निश्चय को हर कदम पर सावधान रहने को कहा था। लेकिन दोनों अपन जीजा के इरादों को नहीं भांप पाए और काल के गाल में समा गए।

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