न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली । सिगरेट के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभावों के बावजूद, भारत सरकार इस पर बैन लगाने में हिचकिचा रही है। इसके पीछे का मुख्य कारण सिगरेट इंडस्ट्री से होने वाली आर्थिक आय और रोजगार है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, सिगरेट इंडस्ट्री भारत सरकार के लिए 35,000 करोड़ रुपये की आय उत्पन्न करती है, जबकि तंबाकू इंडस्ट्री 11 लाख करोड़ रुपये की आय उत्पन्न करती है। यह राशि टीसीएस के वैल्यूएशन के बराबर है।
इसके अलावा, अगर सिगरेट पर बैन लगाया जाता है, तो इसकी मांग ब्लैक मार्केट में बढ़ सकती है, जिससे अवैध व्यापार और अपराध बढ़ सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, 10 करोड़ से ज्यादा भारतीय सिगरेट खरीदने के लिए ब्लैक मार्केट में लाइन लगाएंगे।
सरकार को इस पर नियंत्रण रखने और सिगरेट की खपत कम करने के लिए नीतियां बनानी चाहिए, लेकिन आर्थिक लाभ और रोजगार के कारण यह फैसला मुश्किल हो जाता है।