अमित मिश्रा
सोनभद्र। बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को सरकार द्वारा डिजिटल उपस्थिति के लिए दबाव बनाया जा रहा है लेकिन सरकार शिक्षकों /शिक्षामित्रों /अनुदेशकों की वर्षों से लंबित मांगो को पूरा नहीं कर रही है जिससे शिक्षकों में भारी निराशा व आक्रोश व्याप्त है एक तरफ जहां शासन द्वारा डिजिटल उपस्थिति के लिए दबाव बनाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ विद्यालयों में मूलभूत समस्याओं को ध्यान नहीं दिया जा रहा है विद्यालय में विद्युत सड़क एवं आवागमन की तमाम समस्याएं हैं पहले इन समस्याओं को दूर किया जाय।शिक्षकों की वर्षों से लंबित मांगे निम्नलिखित हैं।
1- शिक्षकों /शिक्षामित्रो और अनुदेशकों को 30 EL प्रदान किया जाए।
2- शिक्षकों/ शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों को 15 हाफ CL प्रदान किया जाए।
3-शिक्षामित्र और अनुदेशकों का 4-मानदेय वृद्धि किया जाए।
शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाल की जाए।
5-शिक्षकों /शिक्षामित्रों और अनुदेशको को कैशलेस चिकित्सा का लाभ दिया जाए।
6- शिक्षकों की वर्षों से लंबित पदोन्नति प्रक्रिया शुरू की जाय।
7- शिक्षकों का अंतर्जनपदीय स्थानांतरण किया जाए एवं जनपद के अंदर भी स्थानांतरण किया जाए।
इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष रवि भूषण सिंह,प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष योगेश कुमार पाण्डेय,यूटा जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल,वकील अहमद,अरविंद सिंह,रविंद्र सिंह राजेश द्विवेदी,कौशर जहां सिद्दीकी, वर्षा सिंह,प्रमिला, कुंज लता त्रिपाठी गायत्री त्रिपाठी आदि मौजूद रहे