Search
Close this search box.

समाजवादी छात्र सभा ने कलेक्ट्रेट पर किया विरोध प्रदर्शन

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

अमित मिश्रा

0 लोक सेवा आयोग अध्यक्ष नामित ज्ञापन संबंधित अधिकारी को दिया

सोनभद्र। कलेक्ट्रेट परिसर में सोमवार को समाजवादी छात्र सभा के पदाधिकारी द्वारा अपनी 10 सूत्री मांग पत्र को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए लोक सेवा आयोग अध्यक्ष नामित ज्ञापन संबंधित को देखकर बुलंद की आवाज।
अमरेश यादव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष छात्र सभा सपा ने बताया कि
उत्तर प्रदेश पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 व समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा 2023 को पूर्व की भांति आयोजित किया जाए जिसको लेकर ज्ञापन पत्र दिया गया।

युवजन सभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन श्रीवास्तव, ने बताया कि उपर्युक्त विषयक परीक्षाओं की प्रक्रिया में संभावित परिवर्तन यथा एक से अधिक दिवस व अधिक पालियों में कराए जाने से परीक्षा परिणाम में नॉर्मलाइजेशन की व्यापक संभावना को देखते हुए समाजवादी छात्र सभा निम्न बिंदुओं पर अपनी चिंता माननीय राज्यपाल महोदया एवं आयोग को अवगत कराना चाहती है –
1- परीक्षा की अलग-अलग पालियों के प्रश्न पत्रों में प्रश्नों की प्रकृति (सरल व कठिन) के पहचान की कोई पद्धति नहीं है इस अंतर को नॉर्मलाइजेशन से भरा नहीं जा सकता है।
2- नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया लागू होने से उपर्युक्त परीक्षा परिणामों में भी व्यापक विसंगति आएगी।
3- नॉर्मलाइ‌जेशन की प्रक्रिया त्रुटि पूर्ण व विवादित रही है पूर्व में भी या विभिन्न परीक्षा परिणामों में व्यापक विसंगति उत्पन्न की है।
4- स्केलिंग प्रक्रिया पूर्व में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में भ्रष्टाचार व विधिक विवाद का प्रमुख कारण रही है जिसकी सीबीआई जांच अभी भी विचाराधीन है।
5- परीक्षा परिणाम में विसंगति विधिक विवाद का कारण बनेगी और न्यायिक विलंबिता के अध्यक्ष परीक्षा प्रक्रिया तय समय में पूर्ण नहीं हो पाएगी। इसका व्यय भार छात्रों पर पड़ेगा। 6- इसी प्रकार नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया भी भ्रष्टाचार के लिए लूपहोल बनेगी व गलत परंपरा को जन्म देगी।
7- उपर्युक्त विषयक परीक्षाओं के प्रकाशित विज्ञापनों में परिवर्तन भी न्याय संगत व वैध नहीं हैं।
8- लोक सेवा आयोग द्वारा एक बार स्पेलिंग की प्रक्रिया का उन्मूलन कर पुनः उसी को लागू करना कहीं से भी उचित व तर्कसंगत नहीं है।
9- लोक सेवा आयोग द्वारा मजबूत इच्छा शक्ति से परीक्षा केदो की संख्या बढ़ाकर परीक्षाओं को पूर्व की भांति आयोजित कराया जाए।
10- उक्त परीक्षाओं को पूर्व की भांति एक दिवस/एक पाली में सुचिता पूर्ण विवाद रहित आयोजित कराया जाए। परीक्षाओं को एक से अधिक पालियों में कराना व नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया उचित या न्यायपूर्ण नहीं है। समाजवादी छात्र सभा सामूहिक रूप से इसका विरोध करती है। इससे हमारे प्रतियोगी छात्रों का भविष्य गंभीर रूप से प्रभावित होगा हमारी मांग है, कि उक्त परीक्षाओं को पूर्व की भांति एक दिवस व एक पाली में सुचिता पूर्ण और विवाद रहित तरीके से आयोजित कराया जाए। इस दौरान समाजवादी पार्टी युवजन सभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन श्रीवास्तव, मुकेश जायसवाल सोनू यादव मनीष यादव सुनील यादव राहुल कुमार बाबूलाल अतुल आदित्य चंदन सुमित कुमार सहित आदिल लोक मौजूद रहे।

Leave a Comment

362
वोट करें

भारत की राजधानी क्या है?

News Express Bharat