अमित मिश्रा
सोनभद्र। जनपद के अति प्रसिद्ध लोकप्रिय मंदिर शिवद्वार धाम पर लंबे समय से जन प्रतिनिधियों और क्षेत्रवासियो द्वारा सार्वजनिक संपत्ति से होने वाले तत्कथित मनगढ़ंत मनमानी वसूली बंद कराने को लेकर सक्षम जिलाप्रशासन और अधिकारीगण से मांग कर रहे हैं मामला प्रकाश में आया है कि क्षेत्रवासियो लवकुश, अमित, प्रभाशंकर, विनीत, गुड्डू आदि लोगो द्वारा पुलिस अधीक्षक सोनभद्र को 9 सितम्बर को रजिस्ट्री कर माध्यम से मामले में अवगत कराया गया है कि शिव पार्वती मंदिर सेवा समिति वास्ते सुरेश आदि के संस्था का नवीनीकरण 18 अगस्त को समाप्त हो गया था जिसमे उक्त संस्था के नाम से मंदिर पर कथा, मुंडन आदि के शुल्क के संबंध में सूचना सहस्रलिंग वाले पिलर का लिखा गया है जो सरासर गैर कानूनी और कानूनन गलत है बताते चले कि सावन मास में हुए प्रशासनिक बैठक जो दिनांक 6 जुलाई को उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी महोदय घोरावल के अध्यक्षता में हुए बैठक में अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाया गया था और 20 जुलाई को एडीएम वित्त राजस्व एवं एएसपी महोदय सोनभद्र के अध्यक्षता में हुए बैठक में भी अवैध वसूली बंद कराने के संबंध में कड़ा रुख अपनाते हुए अपर पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा निर्देशित किया गया था की किसी भी व्यक्ति द्वारा कोई वसूली करने का मामला सामने आयेगा तो दंडात्मक कार्रवाई होगी दिनांक 22 जुलाई को आयुक्त महोदय विंध्याचल मंडल मिर्जापुर द्वारा मंदिर का औचक निरीक्षण कर दर्जनों दुकानों को हटवाते हुए भक्तो से होने वाले अवैध वसूली पर नाराजगी जताते हुए अवैध वसूली पर करवाही हेतु आदेश दिए लेकिन इसके बाद भी दिनांक 23 अगस्त को बिना किसी सक्षम अधिकारी के आदेश के शिव पार्वती मंदिर सेवा समिति के पदाधिकारी सदस्यों द्वारा नाजायज तरीके से मंदिर पर कथा, मुंडन आदि कार्य पर मनगढ़ंत शुल्क लिख दिया गया है जिसका शिकायत आईजीआरएस 40020024009905 के माध्यम से सूचना पुलिस विभाग संबंधित को पंजीकृत कराया गया तथा उक्त प्रकरण में दिनांक 9 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक सोनभद्र को भी रजिस्ट्री के माध्यम से क्षेत्रवासियो द्वारा न्याय का गुहार लगाया गया है।