नफीस
मैनपुरी(उत्तर प्रदेश)। सरकार प्रदेश में बच्चों को साक्षर बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है, जिसके चलते छोटे-छोटे बच्चों को विद्यालय के माध्यम से मिड डे मील भोजन के अलावा बच्चों को विद्यालय की ड्रेस,जूते,मोजे जैसी सुविधाओं का प्रलोभन देकर विद्यालय में पहुंचने के लिए प्रयासरत है। तो वही सरकारी विद्यालयों में सही समय पर छात्र-छात्राएं तो पहुंच रहे हैं लेकिन सही समय पर विद्यालय में शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला जनपद में विकास खण्ड किशनी क्षेत्र के ग्राम मोहकमपुर में देखने को मिला जहां विद्यालय में तैनात विजय प्रताप सिंह यादव निवासी रामनगर जो सहायक अध्यापक पद पर तैनात है, सही समय पर विद्यालय नही पहुंचते हैं तो कभी-कभी विद्यालय में उपस्थिति भी नहीं होते है।
कुछ दिन पूर्व बीईओ सुनील दीक्षित ने विद्यालय में पहुंचकर जांच की तो विजय प्रताप यादव अनुपस्थित पाए गए जिसकी भनक मीडिया को लगी तो विद्यालय में जाकर हकीकत का ज्यादा लिया तो विजय प्रताप सिंह बीते 13 नवंबर को भी सही समय पर ना तो विद्यालय में और ना ही उपस्थिति रजिस्टर में 12:30 तक हस्ताक्षर उपलब्ध नहीं मिले। वही विद्यालय में तैनात किशनी निवासी बलराम सिंह यादव भी अनुपस्थित मिले दोनों ही शिक्षक अपना अपना निजी इंटर कॉलेज चला रहे हैं जो सरकार से वेतन तो प्राप्त करते हैं लेकिन अपने दायित्व का निर्वाह नहीं करते हुए दिखाई दे रहे हैं शिक्षकों के संबंध में जब छात्राओं से बातचीत की तो उन्होंने कहा कभी आते हैं तो कभी नहीं आते है।
इस संबंध में विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक का पद भार संभाले शिक्षक से बात किया गया तो उन्होंने भी विद्यालय में सही समय से शिक्षकों के ना आने की बात कही।
इस सम्बंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा मामला संज्ञान में आया है जांच की जाएगी जांच में दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।