कानून क्या कहता है नाटक का हुआ मंचन,लोग हुए प्रभावित

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विरेन्द्र कुमार

विंढमगंज(सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)। शंकर झंकार नाट्य कला परिषद द्वारा ग्राम महुली महुअरिया टोला में आयोजित तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव मे “कानून क्या कहता है” नाटक का मंचन किया गया, जिसने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया।

नाटक की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है जो कानून के बारे में जानना चाहता है और उसके अधिकारों के बारे में समझना चाहता है। नाटक में अभिनेताओं ने अपनी अदाकारी से दर्शकों को भावुक कर दिया। दर्शकों ने नाटक के माध्यम से कानून के बारे में जानकारी प्राप्त की और अपने अधिकारों के बारे में समझा।इस अवसर पर बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे, जिन्होंने नाटक का भरपूर आनंद लिया।

समिति के अध्यक्ष अरविंद जायसवाल (ग्राम प्रधान महुली) ने बताया कि नाट्य महोत्सव का उद्देश्य समाज में जागरूकता और परिवर्तन लाना है। उन्होंने कहा कि नाटक के माध्यम से हम समाज में व्याप्त समस्याओं को उजागर कर सकते हैं और लोगों को जागरूक कर सकते हैं।नाट्य महोत्सव का आयोजन शंकर झंकार नाट्य कला परिषद द्वारा किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करना और समाज में सकारात्मक संदेश देना है।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों में क्लामुदीन सिद्दीकी, डॉ. बद्रे आलम, बुधनाथ कन्नौजिया, विनोद कन्नौजिया, चंद्रप्रकाश प्रजापति, अन्नत सिंह गोंड, विनय कुमार कन्नौजिया, दयाराम कन्नौजिया, राजनाथ गोस्वामी, धर्मेंद्र गुप्ता, एकलाख, समिति संरक्षक शिवदास शर्मा, प्रबंधक प्रदीप जायसवाल, कोषाध्यक्ष भगवानदास कन्नौजिया, सचिव दिलीप कुमार जायसवाल, राजेश कुमार शर्मा, लालमणि शर्मा, अवधेश कुमार शर्मा, उदय शर्मा, जसवंत शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी और आम दर्शक उपस्थित रहे।

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