



अमित मिश्रा
सोनभद्र। कॉंग्रेस पार्टी के पूर्व प्रवक्ता शत्रुंजय मिश्रा ने दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए रेल हादसे के लिए रेल मंत्री से इस्तीफा मांगा हैंl
उन्होंने कहा की रेल मंत्री इस्तीफा देने के बजाए पूरे महकमे को लीपा-पोती पर लगा दिया और कई लोगों की मौत पर मौन रहने वाले रेल मंत्री रेल की अव्यवस्था के मुद्दे पर मौन क्यूँ है। हादसा रेल प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है।

इतना बड़ा हादसा हो जाने के बाद भी नैरेटिव बनाया गया कि सब कुछ कंट्रोल में है। जब लोग भगदड़ में मर रहे थे तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौत के आंकड़ें छिपाने में जुटे हुए थे।
रेल मंत्री की का यह बयान नया नहीं है, यही काम वे बार-बार करते रहे हैं। कोई भी ट्रेन हादसा हो, तो ये उसे ‘छोटी घटना’ बताते हैं।
जब मृतकों के परिवार वाले सच बयां करने लगे, तो कुछ रिपोर्टर्स के फ़ोन ज़ब्त किए जाने लगे, फ़ुटेज डिलीट किए जाने की बात कही गई।यही नहीं, एक महिला रिपोर्टर की ID तक छीनी गई।
ऐसी घटना पर संवेदना व्यक्त करने और माफी मांगने के बजाए रेल मंत्री और सरकार मौत के आंकड़ें छिपाने में लग गई- जो कि और वीभत्स है।
श्री मिश्रा ने कहा की कुम्भ मे अव्यवस्था और प्रशासन की लापरवाही से आए दिन रेलवे-स्टेशन और सड़कों पर लोगों की मौत हो रही है, लेकिन बीजेपी सरकार मौन है, चाहें सड़क हादसे हो, रेल हादसे हो या कुम्भ मे हुए हादसे का मामला हो कोई मंत्री या प्रशासन अपनी जिम्मेदारी मानकर इस्तीफा देने को तैयार नहीं है।
उन्होंने दिल्ली मे हुए हादसे मे मृतकों के परिवार को 50 लाख और घायलों को इलाज के लिए 20 लाख रुपये अर्थिक मदद की मांग की है।