अमित मिश्रा
दो बायोमेट्रिक मशीन , दो मोबाइल , 6 अंगूठे के क्लोन और 44800 रुपये नगद बरामद किया
सोनभद्र। जनपद के घोरावल कोतवाली पुलिस ने दो ऐसे लोगो को गिरफ्तार किया है जो ग्राहक सेवा केन्द्र संचलित करने के साथ ही अंगूठे के क्लोन बनाकर ग्राहकों के खाते से पैसा निकाल लेते है। पुलिस ने इनके पास इलेक्ट्रॉनिक सामान और अंगूठे के क्लोन व नगदी बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि शिवनरायन विश्वकर्मा पुत्र प्रेमनाथ विश्वकर्मा ग्राम करीबराव थाना घोरावल द्वारा लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया कि लवकुश यादव पुत्र प्रभु यादव व मनोज यादव पुत्र शिवनरायण यादव निवासीगण ग्राम करीबराव द्वारा ग्राहक सेवा केन्द्र का संचालन कर आधार कार्ड के माध्यम से पैसा निकालने का कार्य किया जाता है। 10 जुलाई को लवकुश यादव के पास दस हजार रुपये व 11 जुलाई को मनोज यादव के पास पांच हजार रुपये निकलवाने के लिए गया तो बायोमैट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवाकर बताया कि सर्वर डाउन है पैसा नहीं निकलेगा तथा बगल में रखी पिघली हुयी मोमबत्ती पर अंगूठा लगवा लिया और बोला कि पैसा निकालकर आपको दे दूंगा, परन्तु उनके द्वारा शिव नारायण की सर्वर डाउन होने का बहाना बताकर पैसा नहीं दिये। जब शिव नारायण अपने बैंक जाकर खाता की जांच करवाया तो 10 जुलाई को दस हजार रुपये व 11 जुलाई को पांच हजार रुपये निकाला जा चुका था।
उक्त घटना के सम्बन्ध में जांच कर घटना में संलिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्राधिकारी घोरावल राहुल पाण्डेय के नेतृत्व में एक टीम गठित किया गया। थाना घोरावल पुलिस द्वारा उपरोक्त घटना में संलिप्त लवकुश यादव पुत्र प्रभु यादव और मनोज यादव पुत्र शिव नारायण निवासी करीबराव को गिरफ्तार कर लिया गया तथा आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त इलेक्ट्रानिक सामान, अंगूठे का क्लोन व 44800 नगद रुपये बरामद किया गया।
इस बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर थाना घोरावल पर धारा-319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस व 66सी आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस को गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि हम लोग मोबाइल व बायोमैट्रिक मशीन का उपयोग कर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करके अपने वायलेट में पैसा ट्रांसफर कर लेते है तथा पिघली हुई मोमबत्ती पर ग्राहकों का अंगूठा लगवाकर बाद में फेविकोल डालकर अंगूठे का क्लोन तैयार कर बाद में उसी अंगूठे के क्लोन का उपयोग करके ग्राहकों के खाते से पैसा निकालते थे। इसी तरीके से इनके द्वारा कुल 07 लोगों के साथ क्रमशः 2800, 6300, 3000, 4200, 5000, 10000, 6000 रुपये (कुल 37300 रुपये) का धोखाधड़ी किया गया है।