फर्जी नंबर प्लेट लगा कर रहे थे कोयले की चोरी, मोरवा पुलिस ने पकड़ा

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मनीष चौधरी

2 गाड़ी कोयला समेत 2 शातिर चालाक गिरफ्तार, कई वाहनों के फर्जी नंबर प्लेट भी मिले


सिंगरौली (मध्यप्रदेश)। एनसीएल की खदानों से फर्जी नंबर प्लेट के आधार पर कोयले की चोरी कर ट्रांसपोर्टरों को चुना लगाने वाले 2 शातिर चालकों को मोरवा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उनके द्वारा वाहनों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर एवं फर्जी बिल्टी व अन्य दस्तावेज तैयार कर गंतव्य स्थान के लिए कोयला लोड किया जाता था परंतु उन्हें सुनियोजित तरीके से इट भट्टों में खपा दिया जाता था। इधर प्रार्थियों की रिपोर्ट पर मोरवा पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो कोयला चोरी का बड़ा मामला सामने आया।

गौरतलब है कि विभिन्न मामलों में फरियादी चंद्रमौली मिश्रा जिनका पीहू एसोसिएट्स के नाम से कोल ट्रांसपोर्टेशन का कार्य चलता है, उन्होंने मोरवा थाने में तहरीर दर्ज कराई थी की RJ 31GB 0344 एवं RJ 32CG 2093 में राहुल नामक व्यक्ति ने फोन कर दूधिचुआ से मुजफ्फरपुर स्थित सिद्धेश्वरी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के लिए कोयला लोड कराया गया था। जिसमें क्रमशः 40.21 एवं 36.13 मीट्रिक टन कुल 2 लाख 52 हजार का कोयला लोड कर दोनों वाहनों में 45 हज़ार का डीजल डालकर मुजफ्फरपुर के लिए रवाना किया गया परंतु कोयला वहां पहुंचा ही नहीं। इसी तरह प्रार्थी मालवीय ट्रेडिंग कंपनी से पूनम चंद मालवीय ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई की CG 04LV 8292 के चालक कमलदीप ने निगाही खदान से बुधनी स्थित ट्राइडेंट लिमिटेड के लिए 41.650 मैट्रिक टन कुल 2 लाख 7 हज़ार 140 का कोयला लोड किया परंतु वह बुधनी नहीं पहुंचा।

दोनों भी मामलों में कोयला चोरी के शक में मोरवा निरीक्षक कपूर त्रिपाठी ने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वर्मा व अनुविभागीय अधिकारी कृष्ण कुमार पाण्डेय की सतत निगरानी में विभिन्न टीमों का गठन कर मामले की तफ्तीश शुरू की गई। एक मामले में जहां सहायक उपनिरीक्षक संजीत सिंह ने जांच जारी रखी, तो वही दूसरे मामले में सहायक उपनिरीक्षक संतोष सिंह ने विवेचना प्रारंभ की। पुलिस को मामले में कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए सुराग हाथ लगा। जिसके बाद कोयले से लदा एक वाहन को सतना के बेला से तो वहीं दूसरे को प्रयागराज से पकड़ा गया।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि गुरतेज पिता मलकीत सिंह उम्र 30 वर्ष एवं कमलदीप पिता सज्जन सिंह उम्र 28 वर्ष दोनों ही पंजाब के चालक हैं। इन्होंने इस प्रकार कुल 9 वाहनों के कोयले इटभट्टों में बेचे हैं। इनके द्वारा फर्जी दस्तावेज एवं फर्जी नंबर प्लेट के आधार पर ट्रांस्पोर्टरों को चूना लगाया जाता रहा है। पुलिस के अनुसार दोनों ही मामलों में असली वाहन क्रमांक RJ 07GD 0757 एवं UP 21CN 3993 का नम्बर प्लेट बदलकर ट्रांस्पोर्टरों को चूना लगाया गया है।

फिलहाल मोरवा पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, वही जानकारी मिली है कि गोरबी पुलिस भी कोयला चोरी के ऐसे ही मामले में विवेचना कर रही है।

मोरवा पुलिस की कार्यवाही में निरीक्षक कपूर त्रिपाठी के साथ उपनिरीक्षक भिपेंद्र पाठक, सहायक उपनिरीक्षक संतोष सिंह, संजीत सिंह, प्रधान आरक्षक सुबोध, सुमत, अर्जुन आरक्षक ऋषि सिंह मंगलेश्वर, दशरथ, मनीष यादव एवं सर्वेश की सराहनीय भूमिका रही।

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