अमित मिश्रा(8115577137)
सर्व समाज को बचाना है तो बहन मायावती के हाथों को मजबूत करना होगा
सोनभद्र। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल द्वारा राजनीतिक सभा को संबोधित करते हुए बताया कि मैं आप सभी लोगों का अपनी तरफ से बहुत-बहुत हार्दिक स्वागत अभिनंदन वंदन करता हूं। देश मे एनडीए गठबंधन है जो 38 दलों का है और यह डबल इंजन की सरकार भी कहते हैं लेकिन इनके नेता लोग एक चीज बोला करते हैं कि हिंदू खतरे में है। वह अक्सर हिंदू खतरे में है बताते रहते हैं वही दूसरी तरफ लोग कहते है कि भारत का संविधान खतरे में है लेकिन सब अपनी अपनी सीट के चक्कर में ऐसी भाषा बोलते हैं। देश का संविधान डॉक्टर बीआर अंबेडकर साहब ने बनाया है, इस देश में रहने वाले सभी जाति धर्म समाज के लोगों को संविधान में बराबर का जगह देने का काम करके गए है।
इस देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी जा रही थी हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई , फारसी जब विदेश की आजादी के लिए सभी जाति धर्म समाज के लोगों ने प्रेम की होली खेल करके इस देश को आजाद कराया है तो आज यह देश जो कुछ लोग कहते हैं अकेले मेरे बाप का है यह भारतीय संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है संविधान से चलता है बदल देंगे।
मुख्य अतिथि ने बताया कि बाबा साहब ने तुझे संविधान बना के सौप दिया उसी वक्त बाबा साहब के मन में एक शंका आई थी बाबा साहब ने कहा था कि देश का संविधान मैं बहुत अच्छा बनाया लेकिन अगर इस देश के हुकूमत करने वाले लोग अपनी नियत साफ करके अगर इस संविधान को लागू नहीं करते हैं यह मेरा बना हुआ अच्छा से अच्छा संविधान भी अच्छा काम नहीं कर पाएगा। 75- 76 साल बीत गया है आज तक इस देश के हुकूमत करने वाले लोगों ने बाबा साहब का संविधान पूरी ईमानदारी से लागू करने का काम नहीं किया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस देश का संविधान ईमानदारी से लागू नहीं हुआ देश की आजादी के वक्त भी यह देश दोहरी गुलामी का शिकार था एक अंग्रेजों का गुलाम था एक इस देश में रहने वाले का गुलाम था। डॉक्टर बीआर अंबेडकर साहब ने अंग्रेजों से सिफारिश करके सामान कमीशन लेकर के आने का काम किए थे। देश में रहने वाले जो दोहरी गुलामी के शिकार हैं , दोहरी गुलामी के शिकार कौन लोग थे मालूम है जो आर्थिक रूप से सामाजिक रूप से, शैक्षिक रूप से व राजनीतिक रूप से यानी हर तरह से पिछड़े थे।
बाबा साहब ने आजादी के लिए एक समान कमीशन लाया और सर्वे कराया कि समाज मे कितने लोग आर्थिक सामाजिक राजनीतिक रूप से पिछड़े हो इनको एक आरक्षण दे दिया जाए। जब कमेटी उस गांव में पहुंचती थी तो जिन लोगों ने बाबा साहब की बात को माना वह तो सूची में नाम दर्ज कराया।