



अमित मिश्रा
राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में स्थित एमसीएच बिंग का मामला
परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर किया हंगामा पुलिस ने कराया शांत
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए सभी जनपदो मेडिकल कालेज खोल रहा है इसके बावजूद भी सरकारी अस्पतालों व निजी अस्पतालों में जच्चा-बच्चा की मौत की घटनाएं आये दिन सामने आती रहती है ,फिर भी सरकारी अमला जांच के नाम पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है।
ताजा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में स्थित एमसीएच बिंग में शनिवार को जच्चा बच्चा की मौत पर परिजनों ने जम कर हंगामा करते हुए चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया तो वही मौके पर पहुंची अस्पताल चौकी पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा कर शान्त कराया और दोनो शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णा कुमारी पत्नी विनोद कुमार 34 वर्ष शनिवार की सुबह प्रसव के लिए परिजनो के साथ एमसीएच बिंग आयी थी। पीड़ित पति ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा ब्लड लेने के लिए हमें भेज दिया गया और इधर तो मेरे परिवार का ऑपरेशन कर दिया गया। वह जब वापस आकर चिकित्सकों से वार्ता की तो उनके द्वारा बताया गया कि केस सीरियस है आप वाराणसी ले जाइए वही जब घर की महिलाएं व अन्य लोग अंदर जाकर देखें तो जच्चा बच्चा दोनों की मौत हो चुकी थी।
जिस पर महिलाओं ने परिजन हम परिजनों को बताया इस तरीके से लापरवाही करते हुए कार्य किया जा रहा है। जिस परिजनों द्वारा जिला अस्पताल चौकी प्रभारी संजय सिंह को मामले में अवगत कराते हुए दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई गई।
मौके पहुंचे चौकी इंचार्ज संजय सिंह ने परिजन अस्पताल परिसर में विरोध जाता रहे थे जिनको समझा बूझकर परिजनों को शांत कराया और पंचनामा की कार्रवाई शुरू किया उधर बता दें कि चिकित्सकों के लापरवाही से आए दिन हॉस्पिटल में होती है।
उधर परिजनों ने बताया कि मामले में एप्लीकेशन देकर कार्रवाई करने की गुहार लगाई गई है।